IT कंसल्टिंग कंपनी एक्सेंचर (Accenture ) ने सिर्फ 3 महीनों में दुनिया भर में 11000 से ज्यादा नौकरियां खत्म कर दीं। आने वाले महीनों में और छंटनी हो सकती है। ऐसा अनुमान कंपनी ने तिमाही नतीजों को जारी करने के दौरान जताया। छंटनी, आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस (AI) पर एक्सेंचर के बढ़ते जोर के तहत हो रही रीस्ट्रक्चरिंग का हिस्सा है।
एक्सेंचर ने हाल ही में 86.5 करोड़ डॉलर (करीब 7,669 करोड़ रुपये) के रीस्ट्रक्चरिंग प्रोग्राम की घोषणा की, ताकि AI के बढ़ते इस्तेमाल के हिसाब से कंपनी के काम करने का तरीका बदला जा सके। पूरी दुनिया में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या इस साल की शुरुआत में 7,91,000 थी। अगस्त 2025 के आखिर तक यह घटकर 7,79,000 रह गई।
छंटनी पर Accenture ने कितना किया खर्च
एक्सेंचर सितंबर-अगस्त वित्त वर्ष फॉलो करती है, यानि कि इसका वित्त वर्ष 2025, 31 अगस्त को खत्म हुआ। जून-अगस्त 2025 तिमाही की अर्निंग्स के मुताबिक, छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों को दिए गए सेवरेंस पैकेज (नौकरी छोड़ने पर मिलने वाला मुआवजा) और संबंधित खर्च 61.5 करोड़ डॉलर तक पहुंच गए। मौजूदा तिमाही यानि कि सितंबर-नवंबर 2025 में इसमें और 25 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी की उम्मीद है। कंपनी की रीस्ट्रक्चरिंग के पूरा होने पर खर्च में 1 अरब डॉलर से अधिक की बचत होने का अनुमान है। छंटनी नवंबर 2025 तक जारी रह सकती है।
Accenture का जून-अगस्त 2025 तिमाही यानि कि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में रेवेन्यू सालाना आधार पर 7 प्रतिशत बढ़कर 17.60 अरब डॉलर हो गया। वित्त वर्ष 2025 में एक्सेंचर की सेवरेंस कॉस्ट 34.4 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई। Accenture AI पर अपना फोकस बढ़ा रही है। कंपनी में अब 77,000 एआई और डेटा एक्सपर्ट हैं। यह संख्या 2 साल पहले के आंकड़े से लगभग दोगुनी है।