दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनियों में से एक एक्सेंचर (Accenture) का रेवेन्यू और अर्निंग पहली तिमाही में अनुमानों से अधिक रहा है। हालांकि उसने दूसरी तिमाही में अपनी बिक्री के अनुमानों से थोड़ा कम रहने की आशंका जताई है। बिक्री में कमी का यह अनुमान बताता है आर्थिक अनिश्चितता के माहौल में दुनिया भर में कंपनियां अपने IT खर्च में कमी कर रही हैं। कोरोना महामारी के दौरान कंपनियों के IT खर्च में बढ़ोतरी देखी गई थी। हालांकि कंपनियों की ग्रोथ में सुस्ती आने के बाद अब इस IT और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में खर्च वापस सामान्य स्तर पर आ रहा है। बता दें कि Accenture 1 सितंबर से शुरू होकर 31 अगस्त को खत्म होने वाले वित्त वर्ष को मानती है।
इनवेस्मेंट बैंकिंग कंपनी पाइपर सैंडलर (Piper Sandler) के लीड एनालिस्ट अरविंद रमानी ने एक हालिया नोट में निवेशकों से कहा, "कंपनियां अब अच्छे रिटर्न-ऑन-इनवेस्टमेंट (ROI) की संभावना वाले छोटी अवधि के प्रोजेक्ट पर फोकस कर रही हैं, जिसके चलते Accenture जैसी बड़ी आईटी कंपनियों के लिए स्कोप कम हो गया है।"
एक्सेंचर ने दूसरी तिमाही में 15.20 अरब डॉलर से 15.75 अरब डॉलर के रेवेन्यू का अनुमान लगाया है। Refinitiv के मुताबिक, अगर इसका औसत बिंदु निकालें तो यह एनालिस्ट्स के 15.61 अरब डॉलर के अनुमान से कम है।
Accenture के शेयर आज 5% लुढ़के
कंपनी ने बताया कि 30 नवंबर को समाप्त तिमाही में उसकी नई बुकिंग 16.22 अरब डॉलर रही थी, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 3% और पिछली तिमाही के मुकाबले 12% कम थी। खबर लिखे जाने के समय, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर Accenture के शेयर आज 5.30% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
Accenture ने की प्रति शेयर 3.08 डॉलर की कमाई
Accenture ने बताया कि पहली तिमाही में उसका रेवेन्यू 5% बढ़कर 15.7 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो एनालिस्ट्स के औसत अनुमान 15.58 अरब डॉलर से अधिक है। एक्सेंचर ने डॉलर में मजबूती से उसकी सेल्स पर करीब 9.5% के नकारात्मक असर का अनुमान जताया है। कंपनी ने प्रति शेयर 3.08 डॉलर की अर्निंग हासिल किया, जो एनालिस्ट्स के प्रति शेयर 2.91 डॉलर के अनुमान से अधिक है।