आकासा एयर के को-फाउंडर आदित्य घोष का कहना है कि एयरलाइन मुनाफे की राह पर है और वह दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया सहित अधिक इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के लिए उड़ान भरेगी। आकासा एयर के पास दो साल से भी कम समय में 24 विमानों का बेड़ा है और उसके 4000 से अधिक कर्मचारी हैं। एक इंटरव्यू में घोष ने कहा कि भारत में एयरलाइंस इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रहा है। बता दें कि घोष ने 2018 तक दस वर्ष इंडिगो के प्रेसिडेंट और होल टाइम डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आकासा को कस्टमर फोकस्ड और एम्प्लॉई-सेंट्रिक संगठन बनाने के साथ ही वित्तीय रूप से सस्टेनेबल बिजनेस बनाना भी अहम है।
Akasa Air मुनाफे की राह पर
घोष ने इस बात पर जोर दिया कि Akasa Air प्रॉफिटेबिलिटी के रास्ते पर है। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि आकासा में हम मुनाफे के रास्ते पर हैं, हम इस पर पूरी तरह से फोकस कर रहे हैं। हमने बेहतर ऑपरेशनल भरोसा, सबसे कम कस्टमर्स की शिकायतें, सबसे अधिक लोड फैक्टर्स और सबसे कम कैंसलेशन देखा है।” एयरलाइन के पास इस समय 24 छोटे आकार के बोइंग 737 मैक्स प्लेन का बेड़ा है।
क्या है Akasa Air का प्लान
घोष ने कहा, "हमने दोहा के लिए उड़ान भरना शुरू कर दिया है, जेद्दा के लिए उड़ानों की घोषणा की है, हम पश्चिम एशिया में और अधिक डेस्टिनेशन पर जाने वाले हैं। हम दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में भी जाएंगे। साथ ही भारत के छोटे शहरों में भी विस्तार करेंगे, क्योंकि वहां बहुत संभावनाएं हैं।”
एयरलाइन 15 जुलाई से जेद्दा के लिए उड़ानें शुरू करेगी। इसके पास कुवैत और रियाद के लिए ट्रैफिक राइट्स भी हैं। यह पूछने पर कि क्या आकासा एयर अपने बेड़े में चौड़े आकार के विमान भी शामिल कर सकती है, उन्होंने कहा कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले बिजनेस मॉडल एक प्रकार के बेड़े पर फोकस्ड रहते हैं।