Amazon और Flipkart सेल ने तोड़ा रिकॉर्ड, पहले हफ्ते में दर्ज की 29% की वृद्धि
भारत के फेस्टिवल ई-कॉमर्स सीजन की शुरुआत जोरदार रही है, अमेजन और फ्लिपकार्ट ने अपने प्रमुख सेल इवेंट्स - द बिग बिलियन डेज और ग्रेट इंडियन फेस्टिवल के दौरान रिकॉर्ड ट्रैफिक और जबरदस्त मांग दर्ज की है। GST कटौती, जेन जेड शॉपर्स ने अब तक का सबसे बड़ा फेस्टिवल सीजन बनाने की नींव रखी है।
Amazon और Flipkart सेल ने तोड़ा रिकॉर्ड,पहले हफ्ते में 29% की वृद्धि, दर्ज की 60,700 करोड़ रुपये की बिक्री
भारत के फेस्टिवल ई-कॉमर्स सीजन की शुरुआत जोरदार रही है, अमेजन और फ्लिपकार्ट ने अपने प्रमुख सेल इवेंट्स - द बिग बिलियन डेज (TBBD) और ग्रेट इंडियन फेस्टिवल (GIF) के दौरान रिकॉर्ड ट्रैफिक और जबरदस्त मांग दर्ज की है। GST कटौती, जेन जेड शॉपर्स और हाई-वैल्यू की खरीदारी ने इस सीजन को अब तक का सबसे बड़ा फेस्टिवल सीजन बनाने की नींव रखी है।
मार्केट इंटेलिजेंस फर्म डेटाम इंटेलिजेंस की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऑनलाइन फेस्टिवल सीजन की सेल पहले हफ्ते में 60,700 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो साल-दर-साल 29% की वृद्धि है, जो भारत के डिजिटल रिटेल सेक्टर के लिए अब तक की सबसे मजबूत शुरुआत है।
फर्म को उम्मीद है कि इस साल कुल फेस्टिव सेल 1.2 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगी, जिसमें से आधे से ज्यादा बिक्री पहले ही हफ्ते में हो जाएगी। इसकी तुलना में पिछले साल लगभग 1 लाख करोड़ रुपये और 2023 में 81,000 करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी।
पहले हफ्ते का फेस्टिवल कलेक्शन कितना बड़ा था?
22 से 28 सितंबर के बीच दर्ज 60,700 करोड़ रुपये का ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) भारत में अब तक की सबसे मजबूत त्योहारी शुरुआत है। Datum के अनुसार, मोबाइल का दबदबा बना रहा, जिसने GMV में 42% का योगदान दिया, लेकिन अप्लायंसेज और ग्रोसरी सबसे तेजी से बढ़ने वाली श्रेणियां रहीं, जिनमें साल-दर-साल क्रमशः 41% और 44% की वृद्धि हुई।
अप्लायंसेज की बिक्री को GST 2.0 सुधारों से बढ़ावा मिला, जिससे बड़े सामानों की कीमतें कम हुईं, जबकि ग्रोसरी को तेजी से बढ़ते व्यापार और त्योहारी उपहारों की मांग का फायदा मिला। इसके अलावा, कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और होमवेयर कैटेगरी ने भी अच्छे-खासे डबल-डिजिट ग्रोथ दर्ज की। बिग बिलियन डेज़ के दौरान फ्लिपकार्ट का प्रदर्शन कैसा रहा?
बिग बिलियन डेज में Flipkart का प्रदर्शन कैसा रहा?
Flipkart ने अपनी प्रमुख सेल के पहले 48 घंटों में 60.6 करोड़ विजिट दर्ज कीं, जिसमें Gen Z का ट्रैफिक एक-तिहाई रहा, जो सामान्य हिस्सेदारी से लगभग दोगुना है।
Flipkart के ग्रोथ और मार्केटिंग वाइस प्रेसिडेंट प्रतीक शेट्टी ने कहा, "इस उछाल का एक महत्वपूर्ण कारण GST 2.0 सुधार रहे हैं, जिसने उच्च-मूल्य श्रेणियों में मांग को बढ़ावा दिया। जो ग्राहक सितंबर में ब्राउजिंग कर रहे थे, लेकिन रुक गए थे, वे संशोधित दरें लागू होने के बाद तेजी से खरीदारी करने लगे।"
उन्होंने आगे कहा कि शुरुआती वीकेंड में ट्रैफिक और लेन-देन स्थिर रहे, जो पिछले वर्षों की तुलना में "कंज्यूमर डिमांड में एक संरचनात्मक बदलाव" की ओर इशारा करता है, जब आम तौर पर शुरुआती दिनों के बाद गतिविधि आमतौर पर कम हो जाती थी।
ग्रेट इंडियन फेस्टिवल में Amazon क्या ट्रेंड्स देख रहा है?
Amazon पर पहले 48 घंटों में रिकॉर्ड 38 करोड़ विजिट दर्ज हुईं, जिनमें से 70% से ज्यादा विजिट शीर्ष 9 महानगरों के अलावा अन्य जगहों से आईं। इस बार प्रीमियम प्रोडक्ट्स की डिमांड साफ तौर पर देखने को मिली, 20,000 रुपये से ज्यादा कीमत वाले स्मार्टफोन की सेल में साल-दर-साल 50% बढ़त हुई, QLED टीवी 23% और मिनी-LED टीवी 27% बढ़े। प्रीमियम वॉचेस, ज्वेलरी और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी अच्छी वृद्धि दर्ज की गई।
Amazon इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट सौरभ श्रीवास्तव ने कहा, "#GSTBachatUtsav पहल को ग्राहकों ने बेहद पसंद किया है। विक्रेताओं ने केवल 48 घंटों में करोड़ों रुपये के GST लाभ ग्राहकों तक पहुंचाए हैं।" उन्होंने कहा, कंपनी ने अपनी अब तक की सबसे तेज डिलीवरी भी दर्ज की, जिसमें दो दिनों के भीतर 80 लाख से ज्यादा प्रोडक्ट प्राइम सदस्यों तक पहुंचाए गए।
शॉपर्स इस साल पहले क्यों खरीदारी कर रहे हैं?
22 सितंबर को शुरुआती एक्सेस वाले दिनों ने प्लेटफॉर्म को अच्छी शुरुआत दी। खरीदार ऑफर और कर लाभ हासिल करने के लिए दौड़ पड़े, जिससे यह सप्ताह का सबसे बड़ा बिक्री वाला दिन बन गया। पहले दो दिनों ने ही पूरे हफ्ते के ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) में लगभग एक तिहाई का योगदान दिया।
पिछले वर्षों के विपरीत, शुरुआती वीकेंड के बाद बिक्री की गति कम नहीं हुई। Flipkart और Amazon, दोनों ने निरंतर ट्रैफिक और लेनदेन की सूचना दी, जो बताता है कि इस फेस्टिवल सीजन में डिमांड का चक्र ज्यादा व्यापक और लंबे समय तक चलने वाला है।
इस साल इस उछाल का कारण क्या है?
इस साल फेस्टिवल सीजन की बिक्री में उछाल नीतिगत फैसलों, बदलते उपभोक्ता व्यवहार और प्लेटफॉर्म की रणनीति का नतीजा है। जीएसटी में कटौती ने बड़ी खरीदारी को और किफायती बना दिया है, वहीं जेनरेशन जेड एक प्रमुख मांग चालक के रूप में उभर रहा है, और छोटे शहरों के खरीदार महानगरों से आगे बढ़कर प्रीमियम खरीदारी को बढ़ावा दे रहे हैं। जिससे प्रीमियमाइजेशन केवल मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं रहा।
Datum के आंकड़े दर्शाते हैं कि त्योहारों का GMV 5 वर्षों में दोगुना हो गया है। इस वर्ष की वृद्धि केवल छूट-आधारित उछाल पर निर्भर रहने के बजाय ज्यादा व्यापक और लंबे समय तक टिकने वाली मांग को दर्शाती है।
फेस्टिवल सीजन में आगे क्या?
अनुमानित बिक्री का आधा से ज़्यादा हिस्सा पहले ही दर्ज हो चुका है, Amazon और Flipkart दोनों दिवाली तक व्यस्त अक्टूबर की तैयारी कर रहे हैं।
फ्लिपकार्ट के प्रतीक शेट्टी ने कहा, "जीएसटी सुधारों से सामर्थ्य में सुधार और विक्रेताओं के नए आत्मविश्वास के साथ, अक्टूबर और उसके बाद भी सभी श्रेणियों में निरंतर खपत के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।"
अगर मौजूदा गति बनी रहती है, तो यह भारत के ई-कॉमर्स इतिहास का सबसे बड़ा त्योहारी सीजन हो सकता है, जो अधिक स्थिर, मांग-आधारित विकास की ओर एक स्पष्ट बदलाव का संकेत देता है।