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दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोएक्सचेंज Binance पर जुर्माना, फिर कारोबार शुरू की तो बाइनेंस को मिलेगी इतनी अलग दुनिया

दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बाइनेंस (Binance) पर भारत की फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट (FIU-IND) ने 18,.82 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। यह फैसला नौ ऑफशोर एक्सचेंजों को ब्लॉक करने के नौ महीने बाद आया है। करीब 9 महीने पहले नौ विदेशी एक्सचेंजों को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) 2002 के तहत स्थानीय एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े नियमों को न मानने और रजिस्ट्रेशन नहीं कराने के चलते ही ब्लॉक किया गया था

अपडेटेड Jun 20, 2024 पर 1:16 PM
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Binance भारत में फिर से कारोबार शुरू करेगी तो इसे माहौल कुछ बदला मिलेगा।

दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बाइनेंस (Binance) पर भारत की फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट (FIU-IND) ने 18,.82 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। FIU-IND ने 19 जून को इससे जुड़ा आदेश जारी किया। यह फैसला नौ ऑफशोर एक्सचेंजों को ब्लॉक करने के नौ महीने बाद आया है। करीब 9 महीने पहले नौ विदेशी एक्सचेंजों को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) 2002 के तहत स्थानीय एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े नियमों को न मानने और रजिस्ट्रेशन नहीं कराने के चलते ही ब्लॉक किया गया था।

अब जो नोटिफिकेशन आया है, उसके मुताबिक FIU-IND के डायरेक्टर का कहना है कि बाईनेंस के लिखित और मौखिक जवाबों के आधार पर उसके खिलाफ आरोप सही पाए गए। इसके चलते बाईनेंस पर 18.82 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा बाईनेंस को सभी लेन-देन का रिकॉर्ड मेंटेन करने समते सभी नियमों का पालन करने को कहा गया है।

KuCoin शुरू कर चुकी है अपना कारोबार


पिछले साल दिसंबर के आखिरी में यह सामने आया कि बाईनेंस, ओकेएक्स, होऊबी और कुक्वॉइन समेत 9 विदेशी एक्सचेंज FIU-IND के तहत रजिस्टर्ड नहीं हैं और पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों का पालन भी नहीं कर रहे हैं। इसके चलते जनवरी में इनके यूआरएल को ब्लॉक करने का सरकार ने आदेश दिया था था। इनके ऐप्स भी ऐपल और गूगल के ऐप स्टोर से हटा दिए गए। बाईनेंस की प्रतिद्वंद्वी कूक्वॉइन (KuCoin) अब रजिस्टर्ड हो चुकी है और 34.5 लाख रुपये का जुर्माना चुकाने के बाद कामकाज भी शुरू कर चुकी है। इसने भारत में फिर से मार्च में एंट्री मारी। हालांकि ओकेएक्स की बात करें तो इसने 30 अप्रैल से भारत में अपनी सर्विसेज बंद करने का फैसला किया।

अब बाईनेंस की बात करें तो पिछले महीने FIU-IND के डायरेक्टर और भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू के एडीशनल सेक्रेटरी विवेक अग्रवाल ने कहा था कि बाईनेंस ने शुरुआती रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर ली है और अब आगे के अनुपालन की प्रक्रिया पर काम चल रहा है। इस पर जुर्माने की राशि तय कर दी गई है तो तो अब देखना ये है कि क्या कूक्वॉइन की तरह यह भी यहां कारोबार फिर शुरू करेगी या नहीं।

क्या बदलेगा Binance के लिए ?

बाइनेंस भारत में फिर से कारोबार शुरू करेगी तो इसे माहौल कुछ बदला मिलेगा। स्थानीय क्रिप्टो एक्सचेंज पिछले दो साल से नियामिकीय अनिश्चितता, टोकन के कीमतों की वोलैटिलिटी और क्रिप्टो से आय पर 30 फीसदी का टैक्स और 10 हजार रुपये के हर क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर 1 फीसदी के टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड ऐट सोर्स) के चलते दिक्कतों से जूझ रही हैं। इसके चलते ही खुदरा निवेशक भारत में गैररजिस्टर्ड वैश्विक एक्सचेंजों की तरफ शिफ्ट हुए ताकि टैक्स बचाया जा सके।

बाईनेंस ने कई यूजर्स को इस प्रकार से फायदा दिया लेकिन अब इसे खुद यहां रजिस्टर होना होगा तो माहौल थोड़ा बदल जाएगा क्योंकि फिर इसे स्थानीय नियमों के हिसाब से चलना होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्लॉक होने से पहले भारतीय निवेशकों की 400 करोड़ डॉलर की क्रिप्टो होल्डिंग्स का करीब 90 फीसदी इसी के पास था। वैश्विक स्तर पर जनवरी 2024 के आंकड़ों के मुताबिक इसके पास 49.4 फीसदी मार्केट शेयर था।

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