बिटकॉइन (Bitcoin) ने पहली बार 80,000 डॉलर का स्तर पार किया है। क्रिप्टोकरेंसी को अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा डिजिटल एसेट्स को अपनाने और कांग्रेस में क्रिप्टो सपोर्टर सांसदों के प्रॉस्पेक्ट से बढ़ावा मिला। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, रविवार को बिटकॉइन 4.7% बढ़कर 80,092 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी कैंपेनिंग के दौरान अमेरिका को डिजिटल-एसेट इंडस्ट्री के सेंटर में रखने की बात कही थी, जिसमें एक स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन भंडार बनाना और डिजिटल एसेट्स के लिए रेगुलेटर्स अपॉइंट करना शामिल है।
बिटकॉइन ने साल 2024 में अब तक लगभग 91% की वृद्धि देखी है, जिसे डेडिकेटेड यूएस एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड की मजबूत मांग और फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती से मदद मिली है। इस क्रिप्टोकरेंसी में वृद्धि स्टॉक और सोने जैसे निवेशों से मिलने वाले रिटर्न से अधिक है। बिटकॉइन ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद नए रिकॉर्ड बनाए।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, ब्लैकरॉक इंक के 35 अरब डॉलर के iShares Bitcoin Trust द्वारा संचालित ETFs ने गुरुवार को लगभग 1.4 अरब डॉलर का रिकॉर्ड डेली नेट इनफ्लो दर्ज किया। एक दिन पहले iShares ETF का ट्रेडिंग वॉल्यूम अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। यह सब इस बात के संकेत हैं कि ट्रंप की जीत क्रिप्टो को कैसे नया रूप दे रही है।
जो बाइडेन से अलग है डिजिटल एसेट्स पर ट्रंप का रुख
ट्रंप का रुख राष्ट्रपति जो बाइडेन के डिजिटल एसेट्स पर कार्रवाई के उलट है। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के चेयरमैन गैरी जेन्सलर ने बार-बार इस सेक्टर को धोखाधड़ी और कदाचार से भरा हुआ बताया है। एजेंसी ने 2022 में बाजार में आई गिरावट और कई कोलैप्स, खासकर सैम बैंकमैन-फ्राइड के धोखाधड़ी वाले FTX एक्सचेंज के दिवालिया होने के बाद क्रिप्टो पर शिकंजा कसा। डिजिटल-एसेट कंपनियों और अधिकारियों ने अमेरिकी चुनाव अभियान के दौरान अपने हितों के अनुकूल लग रहे उम्मीदवारों को बढ़ावा देने के लिए भारी खर्च किया।