वियरेबल्स और ऑडियो ब्रांड Boult ने खुद की रीब्रांंडिंग की है। इसका नया नाम अब GOBOULT हो गया है। रीब्रांडिंग के जरिए कंपनी अपनी 'केवल ऑडियो ब्रांड' वाली इमेज को खत्म करना चाहती है। कंपनी जनवरी-फरवरी 2027 तक शेयर बाजारों में लिस्ट होना चाहती है। साथ ही इसकी नजर चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 1000 करोड़ रुपये के रेवेन्यू पर भी है।
GOBOULT के को-फाउंडर और CEO वरुण गुप्ता ने मनीकंट्रोल के साथ एक इंटरव्यू में कहा, 'नाम से ऑडियो हटाने के बाद भी, उपभोक्ता हमें केवल साउंड प्रोडक्ट्स से ही जोड़कर देखते थे। स्मार्टवॉच और अन्य कैटेगरीज में विस्तार करते वक्त हमें इस 'ऑडियो ओनली' इमेज से नुकसान हुआ। रिलीवेंट बने रहने और लॉन्ग टर्म ब्रांड इक्विटी बनाने के लिए, हमने रीब्रांडिंग का साहसिक लेकिन जरूरी कदम उठाया।"
4 महीनों में ही 300 करोड़ रुपये का रेवेन्यू
GOBOULT का वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यू 800 करोड़ रुपये था। कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 के पहले 4 महीनों यानि अप्रैल-जुलाई में ही 300 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमा लिया है। यह साल-दर-साल आधार पर 37% ज्यादा है। अगले 18 महीनों में ऑफलाइन खुदरा बिक्री से कुल बिक्री में 25% की मदद मिलने की उम्मीद है। GOBOULT रिटेल, प्रोडक्ट डिजाइन और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आक्रामक तरीके से विस्तार कर रही है। गुप्ता ने कहा कि शेयर बाजार में लिस्ट होने से पहले रीब्रांडिंग का फैसला जानबूझकर लिया गया। एक बार जब आप पब्लिक हो जाते हैं, तो बदलाव करना मुश्किल हो जाता है।
ऑफलाइन मौजूदगी का बड़े पैमाने पर विस्तार जरूरी
गुप्ता के मुताबिक, "हमने कई कमियों की पहचान की है, जो हमें पीछे धकेल रही हैं। सबसे पहले हमें अपनी ऑफलाइन मौजूदगी का बड़े पैमाने पर विस्तार करना होगा। वर्तमान में हमारे 3000 आउटलेट हैं, लेकिन हमारे कॉम्पिटीटर्स के आउटलेट 30000 के मार्क पर हैं। दूसरा हम अधिक महत्वाकांक्षी प्रोडक्ट्स के साथ प्रीमियमाइजेशन पर जोर दे रहे हैं।"
नए ब्रांड, GOBOULT का लक्ष्य बजट सेंट्रिक थीम से आगे बढ़ते हुए एवरेज सेलिंग प्राइस (ASP) को 2000 रुपये के स्तर से ऊपर ले जाना है। कंपनी AI-फर्स्ट हार्डवेयर पोर्टफोलियो बनाने के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट और डिजाइन में 25 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। गुप्ता ने कहा, "हम जल्दबाजी में नहीं हैं। कई कंपनियां बिना मुनाफे के रेवेन्यू के पीछे भाग रही हैं। हम उनमें से एक नहीं बनना चाहते।"
GOBOULT एक वैश्विक ब्रांड बनने की नींव भी रख रही है। यह पहले से ही यूके और नेपाल में बिक्री करती है और अब 2026 तक दक्षिण पूर्व एशिया, पूर्वी एशिया, अमेरिका और यूरोप को टारगेट कर रही है। गुप्ता ने कहा, "हमें 2030 तक 2000 करोड़ रुपये का बिजनेस बनने का यकीन है।"