Nestle India : सोशल मीडिया पर भारी आलोचना के बाद नेस्ले इंडिया ने कहा कि उसने अपना लोकप्रिय चॉकलेट ब्रांड किटकैट (chocolate brand Kitkat) बाजार से वापस ले लिया है, जिसके रैपर्स पर भगवान जगन्नाथ, बालभद्रा और माता सुभद्रा के चित्र बने हुए थे। कंपनी ने इस घटना पर खेद भी जताया है। नेस्ले इंडिया स्विट्जरलैंड की मल्टीनेशनल एफएमसीजी कंपनी नेस्ले की भारतीय सब्सिडियरी है।
कंपनी पर लगे धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप
नेस्ले इंडिया को कंज्यूमर्स की तरफ से भारी आलोचना का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कंपनी पर किटकैट के रैपर्स पर भगवान के चित्रों का इस्तेमाल करके धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था। कंपनी ने इस पर खेद जताया और कहा कि उसने तत्काल कदम उठाते हुए, बीते साल ही बाजार से पैक वापस मंगा लिए थे।
नेस्ले ने कहा, हमें खेद है
नेस्ले के एक स्पोक्सपर्सन ने कहा, ‘‘हम मामले की संवेदनशीलता को समझते हैं और अगर अनजाने में हमने किसी की भावना को ठेस पहुंचाई है तो हमें उस पर खेद है। हमने पिछले साल ही इन पैक्स को बाजार से वापस ले लिया था। हम आपके समर्थन पर आभार प्रकट करते हैं।’’
कंपनी के मुताबिक, ये ट्रैवल पैक्स थे और इसका उद्देश्य केवल देश के खूबसूरत स्थलों को उकेरना था। डिब्बे पर इन चित्रों के जरिये ओडिशा की संस्कृति को उकेरा गया था। मैगी, नेसकैफे, मिल्कमेड, मंच और मिल्लीबार जैसे ब्रांडों का स्वामित्व रखने वाली नेस्ले ने कहा, “बीते साल पैक्स पर पट्टचित्र के डिजाइन के साथ ओडिशा की संस्कृति का प्रदर्शन किया गया है। हम लोगों को कला और उसके कारीगरों के बारे में जानने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते थे। हमारे पिछले कैंपेंस से पता चलता है कि कंज्यूमर्स ऐसे सुंदर डिजाइनों को अपने पास रखना चाहते हैं।” नेस्ले की भारत में नौ प्रोडक्शन फैसिलिटी हैं और 2021 में उसका टर्नओवर 13,350 करोड़ रुपये रहा था।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल अप्रैल में कंपनी ने अपने किटकैट चॉकलेट पैकेट पर मणिपुर के कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान को मेघालय में दिखाये जाने के लिए माफी मांगी थी। राज्य सरकार के अधिकारियों की आपत्ति के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया था।