भारत के टॉप 75 ब्रांड्स की कुल वैल्यू 2020 से सालाना 35 फीसदी की औसत ग्रोथ के साथ 2022 में 393 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। बता दें कि 2020 में कोविड-19 महामारी के शुरुआत के साथ ही इनकी वैल्यू में भारी गिरावट देखने को मिली थी। ब्रांड वैल्यू में बढ़त के नजरिए से इस साल Tata Consultancy Services (TCS) टॉप पर रहा है। टीसीएस की ब्रांड वैल्यू 4551.9 करोड़ डॉलर रही है। उसके बाद HDFC Bank और Infosys का नंबर रहा है। HDFC Bank की ब्रांड वैल्यू 3274.7 करोड़ डॉलर रही है जबकि Infosys की ब्रांड वैल्यू 2922.3 करोड़ डॉलर पर रही है। यहां दिए गए आंकड़े कांतार ब्रैंड्ज़ 2022 (Kantar Brandz 2022 report) रिपोर्ट पर आधारित हैं।
2020 में देश के टॉप 75 कंपनियों के ब्रांड वैल्यू में 2019 की तुलना में 6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। बैंकिंग और ऑटोमोटिव सेक्टर की ब्रांड वैल्यू में आई गिरावट के कारण यह कमजोरी देखने को मिली है। गौरलतब है कि इस अवधि में भारत के 75 सबसे ज्यादा वैल्यूएबल ब्रांड्स की ग्रोथ रेट दूसरे बड़े इंटरनेशनल मार्केट की तुलना मे ज्यादा रही है।
2022 में टेक्नोलॉजी कंपनियों के ब्रांड वैल्यू में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली है। देश की 75 सबसे ज्यादा वैल्यूएबल कंपनियों के कुल ब्रांड वैल्यू में टेक्नोलॉजी कंपनियों की हिस्सेदारी एक तिहाई है। टेक्नोलॉजी सेक्टर से जुड़ी कंपनियां टीसीएस ब्रांड वैल्यू के आधार पर एचडीएफसी बैंक को पीछे छोड़ते हुए नंबर एक पर आ गई है।
ब्रांड वैल्यू के हिसाब से एचडीएफसी बैंक 32.7 अरब डॉलर की ब्रांड वैल्यू के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। बता दें कि 2014 से एचडीएफसी बैंक लगातार देश का टॉप ब्रांड वैल्यू वाली कंपनी बनी हुई थी। यहीं नहीं टीसीएस इस समय दुनिया के 100 सबसे वैल्यूएबल ब्रांड्स में से एक बन गई है।