Union Budget 2023: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2023 को बजट पेश करने वाली हैं। मोदी सरकार के इस बजट से आम लोगों को खास उम्मीदें हैं क्योंकि यह दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट है। कोरोना महामारी, महंगाई और अब स्लोडाउन के डर के बीच आम आदमी इस बजट से राहत की उम्मीद कर रहा है। ऐसे में खबरें आने लगी है कि क्या सरकार धनकुबेरों या देश के सबसे अमीर लोगों पर वेल्थ टैक्स (Wealth Tax) लगाएगी। अब फिर से यह मुद्दा उठ गया है कि क्या सरकार सुपर रिच (Super Rich) पर वेल्थ टैक्स लगाने का ऐलान कर सकती है?
सुपर रिच पर लगने वाला वेल्थ टैक्स क्या होता है?
अमीर और गरीब के फासले को कम करने के लिए दुनियाभर के कई देशों ने सुपर रिच पर वेल्थ टैक्स लगाया है। इसमें एक तय सीमा से ज्यादा आय पर एक्सट्रा टैक्स लगाने की बात की जा रह है। हालांकि, इस तरह के टैक्स का चलन लगभग न के बराबर है। एक्सपर्ट का मानना है कि इस तरह के टैक्स से आर्थिक असमानता दूर नहीं होगी क्योंकि इस टैक्स को कलेक्ट करने में ही काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
वेल्थ टैक्स से बढ़ जाएगी टैक्स की चोरी
एक्सपर्ट के मुताबिक वेल्थ टैक्स लगाना अमीर और गरीब के बीच की असमानता को दूर करने का सही तरीका नहीं है। सरकार को अपनी आय बढ़ाकर अपने डिस्ट्रीब्यूशन के तरीके को ठीक करना होगा। एक्सपर्ट का मानना है कि अगर अमीर लोगों पर ज्यादा टैक्स लगाया जाएगा तो वह दूसरे देशों में चले जाएंगे जहां टैक्स न हो। ऐसा कदम उठाने से टैक्स की चोरी भी बढ़ सकती है।
अमीरों के पास इतनी संपंत्ति
ऑक्सफैम की रिपोर्ट के मुताबिक 2020 के बाद दुनिया में जितनी भी संपत्ति का निर्माण हुआ, उसमें से करीब दो तिहाई दुनिया के 1 फीसदी रईसों के पास है। ये दुनिया की 99 फीसदी आबादी के पास कुल संपत्ती का दोगुना है। इस रिपोर्ट के मुताबिक अगर दुनिया के 1 फीसदी लोगों पर 5 फीसदी टैक्स लगाया जाए तो 2 अरब लोगों को गरीबी से मुक्त किया जा सकता है। इससे सरकारों को 1,700 अरब डॉलर मिलने की उम्मीद है। कई रईस भी स्वयं पर टैक्स लगाने की बात कह चुके हैं। ताकि, अरबों लोगों की मदद हो सके।