Google Layoffs: दिग्गज अमेरिकी टेक कंपनी गूगल (Google) ने एक बार फिर अपने सैंकड़ों कर्मचारियों की छंटनी की है। यह छंटनी ऐसे समय में हुई है, जब गूगल अपनी लागत घटाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर अपना फोकस बढ़ा रही है। जानकारी के मुताबिक, कंपनी ने अपने क्लाउड यूनिट में डिजाइन से जुड़े पदों पर काम कर रहे 100 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।
Google Layoffs: किन टीमों पर पड़ा असर?
CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक, छंटनी का सबसे ज्यादा असर "क्वांटिटेटिव यूजर एक्सपीरियंस रिसर्च" और "प्लेटफॉर्म एंड सर्विस एक्सपीरियंस" टीमों पर पड़ा है। ये टीमें मुख्य रूप से यूजर्स के व्यवहार को समझने, सर्वे और डेटा रिसर्च करने और उन्हें प्रोडक्ट डेवलपमेंट में शामिल करने का काम करती थीं।
Google Layoffs: क्यों हो रही है छंटनी?
गूगल ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब कंपनी तेजी से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दिशा में कदम बढ़ा रही है। साल 2025 की शुरुआत से ही कंपनी अमेरिका में स्थित अपने कई यूनिट्स में कर्मचारियों को स्वैच्छिक रिटायरमेंट पैकेज ऑफर कर रही है।
छोटे-छोटे टीमों को देखने वाले मैनेजर्स की छंटनी की जा रही है। कर्मचारियों को कहा जा रहा है कि वे अपने कामकाज में AI को और गहराई से शामिल करें। गूगल ने पिछले कुछ महीनों में एचआर, हार्डवेयर, एड्स, सर्च, फाइनेंस और कॉमर्स जैसी कई डिवीजन में छंटनी और बायआउट्स किए हैं।
Google Layoffs: सुंदर पिचाई ने दिया था छंटनी का संकेत
कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने कई बार कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि गूगल को “जैसे-जैसे हम स्केल अप कर रहे हैं, हमें पहले से कहीं अधिक एफिशिएंट बनने की जरूरत है।” उनका बयान से साफ संकेत मिलता है कि यह छंटनी कंपनी की लॉन्ग-टर्म स्ट्रेटेजी का हिस्सा है।
गूगल ने हाल के महीनों में AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़े पैमाने पर निवेश किया है, जिससे वह माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसे अपनी राइवल कंपनियों से कॉम्पिटीशन में आगे बना रहे।
Layoffs: टेक सेक्टर में छंटनी की लहर
गूगल अकेली ऐसी टेक कंपनी नहीं है जो छंटनी कर रही है। इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने जुलाई में 9,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। वहीं फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप की पैरेंट कंपनी मेटा, 2023 से ही कई चरणों में छंटनी कर रही है। भारत में TCS ने भी हाल ही में करीब 12,000 कर्मचारियों की छंटनी का फैसला किया है, जो उसके कुल कर्मचारियों की संख्या का करीब 2 प्रतिशत है।
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