Budget 2024-25: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दोनों प्रमुख सहयोगी दल- तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) अपने राज्यों के लिए बजट में अधिक राशि चाहते हैं। सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दोनों दल अपने राज्यों के लिए ‘विशेष दर्जे’ पर नहीं, बल्कि ‘विशेष पैकेज’ अनाउंस करने पर जोर दे रहे हैं। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी 23 जुलाई को संसद में बजट 2024-25 पेश करेंगी।
TDP के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, बजट से पहले एक बार फिर दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार 16 जुलाई को दिल्ली पहुंचे। इससे पहले वह इस महीने की शुरुआत में भी दिल्ली आए थे और उन्होंने उस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत सभी कई वरिष्ठ मंत्रियों से मुलाकात की थी। सोमवार को जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने भी निर्मला सीतारमण से मुलाकात की।
टीडीपी और जेडीयू दोनों ने केंद्र सरकार के सीनियर मंत्रियों के समक्ष अपनी मांगों की सूची रखी है। इसमें उन्होंने आंध्र प्रदेश और बिहार को प्रमुख प्रोजेक्ट्स और योजनाओं के लिए बजट में पर्याप्त राशि आवंटित करने की इच्छा जताई है। सोमवार को सीतारमण से मुलाकात के बाद संजय कुमार झा ने 'एक्स' (पहले ट्विटर) पर लिखा, "बिहार के विकास और जनहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर हमारी सार्थक चर्चा हुई। आपकी सकारात्मक प्रतिक्रिया के लिए दिल से धन्यवाद।"
जेडीयू ने हाल ही में बिहार के लिए विशेष दर्जा या विशेष पैकेज की मांग करते हुए एक राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया है। झा ने पिछले हफ्ते हमारे सहयोगी न्यूज18 से कहा, "अगर हमें अगले 5 सालों में केंद्र से विशेष मदद मिलती है, तो बिहार एक विकसित राज्य बन जाएगा। प्रधानमंत्री भी चाहते हैं कि बिहार एक विकसित राज्य बने। हमें विशेष मदद की बहुत उम्मीद है।" उन्होंने कहा कि अगर राज्य को 'विशेष मदद' के जरिए किसी और तरह से मुआवजा दिया जाता है, तो 'विशेष दर्जा' या 'विशेष पैकेज' शब्द का कोई मतलब नहीं है।
वहीं चंद्रबाबू नायडू राज्य के पिछड़े इलाकों के लिए विशेष सहायता, राज्य की नई राजधानी‘अमरावती’ के लिए कई परियोजनाएं और पोलावरम बांध परियोजना के लिए केंद्र से विशेष पैकेज की मांग कर रहे हैं। नायडू ने अपने पिछले दिल्ली दौरे के दौरान सीतारमण को एक अपनी मांगों को विस्तृत ज्ञापन भी सौंपा था, जिसमें राज्य की वित्तीय जरूरतों को बताया गया था। फिलहाल लोकसभा में टीडीपी के 15 सासंद है, जबकि जेडीयू के 12 सांसद हैं।