Budget 2024 : वित्तमंत्री के बजट भाषण को काफी गौर से सुना जाता है। इससे न सिर्फ अगले वित्त वर्ष में सरकार के रेवेन्यू और खर्च की जानकारी मिलती है बल्कि इकोनॉमी की ग्रोथ बढ़ाने पर सरकार के फोकस का भी पता चलता है। कई बार वित्तमंत्री की तरफ से इकोनॉमी की दिशा में बदलाव का संकेत भी यूनियन बजट में दिया जाता है। सरकार यूनियन बजट के जरिए अपने विजन, मूल्यों और आकांक्षाओं के बारे में बताती है। हम आपको पूर्व वित्तमंत्रियों के ऐसे कोट्स के बारे में बता रहे हैं, जो लोगों को आज भी याद हैं।
मोरारजी देसाई, यूनियन बजट 1967-68
1960 के दशक में इंडियन इकोनॉमी कृषि आधारित थी। तब आबादी के बड़े हिस्से को गरीब से बाहर निकालना सरकार के लिए बड़ी चुनौती थी। मोरारजी देसाई ने यूनियन बजट 1967 में इकोनॉमी को मजबूत बनाने और लोगों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए बड़ा ऐलान किया था। उन्होंने कहा था, 'मैं आने वाले वित्त वर्ष को उम्मीद भरी नजरों से देखता हूं। मेरा मानना है कि सही पॉलिसी के साथ यह बदलाव का साल हो सकता है।'
इकोनॉमिक में रिफॉर्म्स की शुरुआत करने का श्रेय पूर्व वित्तमंत्री मनमोहन सिंह को जाता है। उन्होंने लाइसेंस और परमिट राज की व्यवस्था खत्म कर इकोनॉमी को ओपन करने के लिए कई उपाय किए थे। उन्होंने अपनी सोच को व्यक्त करने के लिए फ्रांस से मशहूर उपन्यासकार विक्टर ह्यूगो के एक मशहूर कोट का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा था, "धरती की कोई ताकत उस विचार को रोक नहीं सकती, जिसका समय आ चुका है।"
पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने युवाओं की ताकत को ध्यान में रख इकोनॉमी को मजबूत करने की इच्छा जताई थी। इसके लिए उन्होंने Henry David Thoreau के कोट का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा था, "इंडिया के युवा बड़े सपने देख रहे हैं। यह सपने हवाई लग सकते हैं। लेकिन जैसा कि Thoreau ने कहा है कि अगर आप हवाई किला बनाते हैं तो उन्हें हकीकत में बदलने की कोशिश करनी चाहिए। अब इसकी बुनियाद रखने का समय आ गया है। बुनियादी बनाने की जिम्मेदारी हमारी है, जिस पर युवा अपने किला बना सके। यूपीए सरकार ने इस काम को पूरा करने का बीड़ा उठाया है।"
प्रणब मुखर्जी, यूनियन बजट 2012-13
पूर्व वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने अपने बजट भाषण में तब की जमीनी हकीकत को अनदेखा नहीं करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था, "यूरोप में सॉवरेन डेट क्राइसिस गहरा गया है। मध्य-पूर्व में राजनीतिक अस्थिरता ने अनिश्चितता बढ़ा दी है। क्रूड ऑयल की कीमतें बढ़ रही है। जापान में भूकंप ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है। चारों और निराशा दिख रही है। ऐसे में अगर हम दुनिया की जमीनी हकीकत को अनेदखा करते हैं तो इससे हमें नुकसान हो सकता है।"
अरुण जेटली, यूनियन बजट 2024-15
पूर्व वित्त वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कम से कम सरकारी हस्तक्षेप के साथ क्षमता बढ़ाने और जरूरी सुविधाएं लोगों तक पहुंचाने पर जोर दिया था। उनका फोकस इकोनॉमिक रिफॉर्म्स को बढ़ावा देने और ग्रोथ के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने पर था।
निर्मला सीतामरण, यूनियन बजट 2019-20
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि यूनियन बजट 3 मुख्य थीम पर आधारित है। इनमें तरक्की पसंद करने वाला भारत, आर्थिक विकास और सबका ध्यान रखने वाला समाज शामिल है। उन्होंने लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने और उन्हें तरक्की के रास्ते पर ले जाने की जरूरत पर जोर दिया था। आर्थिक विकास के तहत उनका फोकस निवेश आकर्षित करने और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने पर था।