सरकार ने 16वें वित्त आयोग में चार सदस्यों को नियुक्त किया है। इसमें पूर्व एक्सपेंडिचर सेक्रेटरी अजय नारायण झा और SBI ग्रुप के चीफ इकनॉमिक एडवाइजर सौम्य कांति घोष के साथ-साथ दो और मेंबर्स हैं। अजय नारायण झा पिछले वित्त आयोग में भी थे। नीति आयोग के (Niti Aayog) के पूर्व वाइस चेयरमैन अरविंद पनगढ़िया की अगुवाई में इस वित्त आयोग के चार सदस्य होंगे। इनके सहयोग के लिए सेक्रेटरी रित्विक रंजनम पांडे, दो संयुक्त सचिव और एक इकनॉमिक एडवाइजर साथ होंगे। वित्त आयोग एक संवैधानिक बॉडी है जिसका काम केंद्र और राज्यों के बीच के वित्तीय संबंधों पर सुझाव देना है।
इन्हें-इन्हें मिली है जिम्मेदारी
16वें Finance Commission के बाकी सदस्यों की बात करें तो इसमें अजय नारायण झा के अलावा रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट ऐनी जॉर्ज मैथ्यू और अर्थ ग्लोबल के एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर निरंजन राजध्यक्ष को फुल टाइम मेंबर्स के तौर पर आयोग में रखा गया है। वहीं वित्त मंत्रालय की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक सौम्य कांति घोष पार्ट-टाइम मेंबर होंगे। आयोग के चेयरमैन और बाकी सदस्य जिस दिन से अपना पद संभालेंगे, उस दिन से रिपोर्ट दाखिल होने या 31 अक्टूबर 2025, इनमें जो पहले हो, उस समय तक पद पर बने रहेंगे।
सरकार ने 31 दिसंबर, 2023 को अरविंद पनगढ़िया की अध्यक्षता में इस आयोग का गठन किया था। पैनल 31 अक्टूबर 2025 तक अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंप देगा। रिपोर्ट 1 अप्रैल 2026 से शुरू होने वाली पांच साल की अवधि को कवर करेगी। केंद्र और राज्यों के बीच टैक्स के बंटवारे और रेवेन्यू बढ़ाने के उपायों का सुझाव देगी। वित्त आयोग डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट, 2005 के तहत फाइनेंसिंग डिजास्टर मैनेजमेंट की पहल को लेकर जो इंतजाम हुए हैं, उनकी समीक्षा करेगा।