केंद्रीय बजट पेश किए जाने से पहले होने वाली पारंपरिक हलवा सेरेमनी मंगलवार को पूरी कर ली गई। ये समारोह बजट तैयार करने के आखिरी चरण में किया जाता है। केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में नॉर्थ ब्लॉक में हलवा सेरेमनी आयोजित किया गया। बजट तैयारी की "लॉक-इन" प्रक्रिया शुरू होने से पहले हर साल एक पारंपरिक हलवा समारोह आयोजित किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महीने पेश होने वाले बजट को लेकर अर्थशास्त्रियों के विचार और सुझाव जानने के लिए गुरुवार को उनके साथ बैठक की। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को संसद में वित्त वर्ष 2024-25 का बजट पेश करेंगी। बैठक में जाने-माने अर्थशास्त्रियों के अलावा नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी और अन्य सदस्य शामिल हुए।
जैसा कि इसका नाम है, हलवा सेरेमनी बजट (Budget 2024) की प्रिटिंग से पहले नॉर्थ ब्लॉक में मनाई जाती है। इसमें एक बड़ी सी कढ़ाई में पारंपरिक तौर पर हलवा बनाया जाता है। ये उस कहावत के चलते मनाया जाता है- कोई भी शुभ काम करने से पहले कुछ मीठा खाना चाहिए। ताकि वो काम अच्छे से पूरा हो जाए।
इस दौरान वित्त मंत्री खुद वित्त मंत्रालय खुद उस हलवे के अपने हाथों से सभी अधिकारियों के लिए परोसता है। ये सेरेमनी बजट दस्तावेजों की प्रिटिंग की शुरुआत से पहले होती है।
हलवा समारोह वित्त मंत्रालय के भीतर कड़े लॉकडाउन की शुरुआत का प्रतीक भी है। एक बार समारोह खत्म होने के बाद, बजट प्रक्रिया में शामिल किसी भी अधिकारी को संसद में बजट पेश होने तक मंत्रालय परिसर छोड़ने की अनुमति नहीं होती। 1950 में बजट लीक के कारण तत्कालीन वित्त मंत्री जॉन मथाई को इस्तीफा देने के बाद से इस परंपरा का सख्ती से पालन किया जा रहा है।