पिछले कई हफ्तों से जारी तेजी से स्टॉक मार्केट के प्रमुख सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। सवाल है कि क्या मार्केट की वैल्यूएशन काफी बढ़ गई है, क्या इंडियन मार्केट महंगा हो गया है? मनीकंट्रोल और डेलॉयट के सर्वे में यह सवाल कंपनियों के सीईओ से पूछा गया। इस बारे में सीईओ की राय बंटी हुई थी। लेकिन, ज्यादातर सीईओ का कहना था कि इंडियन मार्केट की वैल्यूएशन थोड़ी ज्यादा है। कई का यह भी मानना था कि इंडियन मार्केट की वैल्यूएशन ठीक है।
मार्केट की वैल्यूएशन को लेकर अलग-अलग राय
इस सर्वे में 78 कंपनियों के सीईओ की राय ली गई। इनमें अलग-अलग सेक्टर की कंपनियां थीं। 55 फीसदी सीईओ ने कहा कि मार्केट की वैल्यूएशन थोड़ी ज्यादा है। 22 फीसदी सीईओ ने इसे ज्यादा बताया। 21 फीसदी सीईओ ने कहा कि वैल्यूएशन फेयर है। 3 फीसदी सीईओ का कहना था कि इंडियन मार्केट की वैल्यूएशन कम है। पिछले कई हफ्तों से लगातार तेजी की वजह से मार्केट के प्रमुख सूचकांक लगातार ऊंचाई के नए रिकॉर्ड बना रहे हैं।
पीई 10 साल के औसत से थोड़ा ज्यादा
बीएसई का सेंसेक्स 80,000 के ऊपर पहुंच गया है। Nifty भी 24,500 को पार कर चुका है। अभी निफ्टी में पीई के 24.80 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। यह 10 साल के औसत 23.5 गुना पीई से थोड़ा ज्यादा है। एनालिस्ट्स का कहना है कि FY25 में निफ्टी का पीई करीब 18.97 गुना रह सकता है। इसका मतलब है कि इसकी वैल्यूएशन थोड़ा ज्यादा है। लेकिन, लंबी अवधि के लिहाज से यह वैल्यूएशन कम है। मजेदार बात यह है कि बाजार से जुड़े ज्यादातर लोगों का मानना है कि मार्केट की वैल्यूएशन ठीक है और अगर यह थोड़ा ज्यादा है तो इसकी वजह इकोनॉमी की ग्रोथ और कंपनियों की कमाई बढ़ने की अच्छी उम्मीद है।
इस महीने दो बड़े इवेंट्स का पड़ेगा असर
SAMCO Group के फाउंडर और सीईओ जिमीत मोदी ने कहा कि इंडियन इकोनॉमी की ग्रोथ लंबी अवधि में जारी रहने की संभावना है। अभी मार्केट की वैल्यूएशन थोड़ी ज्यादा लगती है। इस महीने इंडियन मार्केट के लिए दो बड़े इवेंट्स हैं। पहला, पहली तिमाही के कंपनियों के नतीजों के सीजन की शुरुआत हो रही है। दूसरा, 23 जुलाई को यूनियन बजट आने वाला है। दोनों का असर मार्केट पर दिख सकता है। मार्केट की वैल्यूएशन को देखते हुए थोड़ी मुनाफावसूली की जा सकती है और कैश हाथ में रखा जा सकता है।
SIP से हो रहा है जबर्दस्त निवेश
आनंद राठी वेल्थ के सीईओ फिरोज अजीज ने कहा कि इंडिया में इकोनॉमी की जीडीपी ग्रोथ अच्छी है। आगे भी इसके 7 फीसदी रेट से बढ़ने की उम्मीद है। इसका असर मार्केट्स पर दिख रहा है। मार्केट पार्टिसिपेंट्स का यह भी कहना है कि हर महीने इक्विटी फंडों में SIP के निवेश से यह पता चलता है कि निवेशक शेयरों में निवेश करना चाहते हैं। उन्हें अच्छी ग्रोथ की उम्मीद दिख रही है।