Budget 2024: सीनियर आईएएस अफसर तुहीन कांता पांडे को 2019 में डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) का सेक्रेटरी नियुक्त किया गया था। इस विभाग में उनकी तैनाती ऐसे वक्त में हुई थी, जब सरकार एयर इंडिया (Air India) को बेचने के लिए फिर से कोशिश कर रही थी। फाइनेंस मिनिस्ट्री ज्वाइन करने से पहले वह अपने होम काडर ओडिशा सरकार में प्रिंसिपल सेक्रेटरी थे।
इस बार का अंतरिम बजट तैयार करने में DIPAM सेक्रेटरी अहम भूमिका निभा रहे हैं, जो 1 फरवरी 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाएगा। ओडिशा काडर के इस अधिकारी को नेशनल एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया की बिक्री को अंजाम देने का श्रेय जाता है, जो लंबे समय से पेंडिंग था। इसके अलावा, उन्होंने सरकारी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) की लिस्टिंग की देखरेख भी जिम्मेदारी संभाली है।
विनिवेश प्रोसेस में जीता सरकार का भरोसा
DIPAM सेक्रेटरी के तौर पर पांडे ने विनिवेश को लेकर सरकार की उम्मीदों को पूरा करने की हरमुमकिन कोशिश की। कोविड के असर की वजह से विनिवेश के लक्ष्यों में कई बार बदलाव किया गया और कई सेल्स डील में अनुमान से काफी वक्त लगा या फिर डील सफल ही नहीं हुई। पांडे ने पंजाब यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स डिग्री हासिल की है और ब्रिटेन से एमबीए किया है।
वह ओडिशा और केंद्र सरकार में कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं। वह ओडिशा स्टेट फाइनेंस कॉरपोरेशन (OSFC) के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और ओडिशा स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन (OSIC) के मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं। इसके अलावा, अपने कार्यकाल के शुरुआत में उन्होंने संबलपुर जिले के डीएम की जिम्मेदारी भी संभाली थी।
पांडे ने अपने शुरुआती दिनों में केंद्र सरकार में मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स में डिप्टी कॉमर्स सेक्रेटरी के पद पर काम किया था। बाद में उन्हें संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (UNIDO) के रीजनल ऑफिस में नियुक्त किया गया था। पांडे को 2009 में पांच साल के लिए योजना आयोग का ज्वाइंट सेक्रेटरी बनाया गया था। उनकी यह नियुक्ति 5 साल के लिए थी। इसके बाद, वह दो साल के लिए कैबिनेट सचिवालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी रहे।