Budget 2024 : हेल्थकेयर और फार्मा इंडस्ट्री को Nirmala Sitharaman के बजट से काफी उम्मीदें हैं। वित्तमंत्री 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी। यह अंतरिम बजट होगा। इसके बावजूद हेल्थेकयर और फार्मा इंडस्ट्री ने अपनी उम्मीदों के बारे में वित्तमंत्रालय को बताया है। इंडस्ट्री का मानना है कि सरकार को बजट में फार्मा कंपनियों के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर फोकस करना चाहिए। इससे इनोवेशन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ेगा। इंडियन फार्मास्युटिकल्स अलायंस के जनरल सेक्रेटरी सुदर्शन जैन ने कहा कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को बजट में लाइफ साइंस में इनोवेशन और R&D को बढ़ावा देने के उपाय करने चाहिए। उन्होंने कहा कि हेल्थकेयर के मामले में इंडियन फार्मा कंपनियों का योगदान ग्लोबल लेवल पर है। ये कंपनियां दुनिया के बड़े हिस्से में सस्ती और अच्छी क्वालिटी की दवाएं उपलब्ध करा रही हैं।
बजट 2024 : आरएंडडी और इनोवेशन पर फोकस बढ़ाने की जरूरत
उन्होंने कहा कि आज इंडियन फार्मा इंडस्ट्री अहम मोड़ पर खड़ी है। इस सेक्टर ने अपने लिए बड़े लक्ष्य तय किए हैं। इसके लिए आरएंडडी और इनोवेशन पर फोकस बढ़ाने की जरूरत है। 2023 में प्रमोशन ऑफ रिसर्च एंड इनोवेशन प्रोग्राम (PRIP) स्कीम का ऐलान इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने ने कहा कि इनोवेशन में हाई रिस्क, लो सक्सेस रेट और नतीजे मिलने में लंबे वक्त लगता है। ऐसे में निवेश की भी ज्यादा जरूरत पड़ती है। ऐसे में सरकार को ऐसी पॉलिसी का ऐलान करना चाहिए जिसमें डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स पर ज्यादा बेनिफिट मिले।
बजट 2024 : हेल्थकेयर पर खर्च बढ़ाकर जीडीपी का 2.5 फीसदी किया जाए
सही पॉलिसी और स्ट्रेटेजी फार्मा सेक्टर की ग्रोथ के लिए जरूरी है। जैन ने कहा कि इंडिया अब 'मेक इन इंडिया' की जगह 'डिस्कवर एंड मेक इन इंडिया' की दिशा में बढ़ने के लिए तैयार है। इस तरह पूरी दुनिया को हेल्थकेयर उपलब्ध कराने में इंडिया की भूमिका बढ़नी तय है। नैटहेल्थ के प्रेसिडेंट और फोर्टिस हेल्थेकयर के एमडी और सीईओ आशुतोष रघुवंशी का मानना है कि सरकार को हेल्थकेयर पर खर्च बढ़ाकर कम से कम जीडीपी का 2.5 फीसदी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंडिया हेल्थकेयर रिफॉर्म्स के रास्ते पर चल रहा है। इस बात को ध्यान में रखन नैटहेल्थ ने सरकार को बजट से लेकर अपनी उम्मीदों के बारे में बताया है।
बजट 2024 : कैपेसिटी बिल्डिंग पर बढ़ाना होगा फोकस
रघुवंशी ने कहा कि हम लंबे समय से हेल्थकेयर पर जीडीपी के 2.5 फीसदी खर्च और जीएसटी फ्रेमवर्क की कमियां दूर करने की मांग कर रहे हैं। सरकार को कैपेसिटी बिल्डिंग पर भी ध्यान देने की जरूरत है। हेल्थकेयर की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की ट्रेनिंग पर फोकस करना होगा। इंडिया में मजबूत और लचीले हेल्थकेयर सिस्टम को डेवलप करने के लिए इस पर ध्यान देना होगा।