Budget 2024 : अगले महीने की 1 तारीख को सबकी निगाहें वित्तमंत्री Nirmala Sitharaman पर होंगी। वह वित्त वर्ष 2024-25 का Interim Budget पेश करेंगी। इसमें अगले वित्त वर्ष के शुरुआती कुछ महीनों के सरकार के खर्च का प्रस्ताव होगा। वोट-ऑन-अकाउंट के जरिए सरकार इस खर्च पर संसद की मंजूरी हासिल करेगी। आम तौर पर अंतरिम बजट में बड़े ऐलान नहीं होते हैं। लेकिन, इसमें इकोनॉमी और सरकार की वित्तीय स्थिति से जुड़े कई अहम आंकड़े होंगे। इसमें सरकार के अलग-अलग मंत्रालयों के अनुमानित खर्च के भी आंकड़े होंगे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अंतरिम बजट से जुलाई में आने वाले सरकार के पूर्ण बजट का भी संकेत मिल जाता है। अनगिनत डेटा और कैलुकेशन वाले इस बजट को तैयार करने में सिर्फ कुछ लोगों का हाथ नहीं होता है। इसके लिए एक बड़ी टीम होती है। इस टीम में ज्यादातर वित्तमंत्रालय के अधिकारी शामिल होते हैं। यह टीम वित्तमंत्री की निगरानी में बजट तैयार करती है।
बजट 2024 : पेश होने के चार-पांच महीने पहले शुरू हो जाती है बजट तैयार करने की प्रक्रिया
यूनियन बजट (Union Budget 2024) तैयार करने की प्रक्रिया 4-5 महीने पहले शुरू हो जाती है। इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) और वित्त मंत्रालय के टॉप लेवल के अफसर शामिल होते हैं। वित्तमंत्रालय के अफसर दूसरे मंत्रालयों के अफसरों के साथ चर्चा करते हैं। इंडस्ट्री का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्थाओं, अलग-अलग सेक्टर्स के एक्सपर्ट्स और इकोनॉमिस्ट्स के साथ भी बजट को लेकर व्यापक चर्चा होती है। बजट डॉक्युमेंट की प्रिटिंग के दौरान अफसरों को अपने परिवार के सदस्यों तक से बातचीत करने की इजाजत नहीं होती है। इस दौरान अफसरों के रहने के लिए नॉर्थ ब्लॉक में एक खास जगह तय है। यहां किसी के आनेजाने की इजाजत नहीं होती है। इसकी सुरक्षा के खास प्रबंध होते हैं।
बजट 2024 : बजट टीम में फाइनेंस मिनिस्ट्री के ज्यादा अफसर
बजट बनाने वाली टीम में सबसे ज्यादा अधिकारी फाइनेंस मिनिस्ट्री के होते हैं। इनमें फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन, रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा, डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स के सेक्रेटरी अजय सेठ, डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट के सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडेय और डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज के सेक्रेटरी विवेक जोशी प्रमुख हैं। बजट टीम में चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वी अनंत नागेश्वरन भी शामिल होते हैं। बजट के लिए इनपुट देने में प्रधानमंत्री कार्यालय का बड़ा योगदान होता है। पीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा और चार अतिरिक्त सचिवों पर यह जिम्मेदारी होती है। अतिरिक्त सचिव में अरविंद श्रीवास्तव, पुण्य सलीला श्रीवास्तव, हरि रंजन राव और आतिश चंद्रा शामिल हैं।
बजट 2024 : सोमनाथन तमिलनाडु कैडर के आईएएस अफसर
सोमनाथन तमिलनाडु कैडर के आईएएस अफसर हैं। कोरोना से पैदा हुई मुश्किल स्थितियों से निपटने में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई थी। फाइनेंस मिनिस्ट्री का हिस्सा बनने से पहले वह पीएमओ में अतिरिक्त सचिव थे। इस वित्त वर्ष के दौरान अलग-अलग मंत्रालयों के 10 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च सुनिश्चित कराने में उनकी अहम भूमिका रही है। पीके मिश्रा पर सरकार से जुड़े सभी अहम नीतिगत मसलों की जिम्मेदारी है। उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का रैंक हासिल हैं। उन्हें प्रधानमंत्री के आंख और कान माना जाता है।
बजट 2024 : अरविंद श्रीवास्तव पर पीएमओ में फाइनेंस एंड इकोनॉमी की जिम्मेदारी
अरविंद श्रीवास्तव पीएमओ में फाइनेंस एंड इकोनॉमी अफसर हैं। वह कर्नाटक कैडर के 1994 बैच के आईएएस अफसर हैं। उनके तहत फाइनेंस एंड कॉर्पोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्रीज और नीति आयोग आते हैं। पीएमओ का हिस्सा बनने से पहले वह फाइनेंस मिनिस्ट्री में ज्वाइंट सेक्रेटरी थे। पुण्य सलीला श्रीवास्तव 1993 बैच की आईएएस अफसर हैं। वह 2021 से पीएमओ का हिस्सा हैं। इससे पहले वह होम मिनिस्ट्री में एडिशनल सेक्रेटरी थीं।
बजट 2024 : आतिश चंद्रा 1994 बैच के आईएएस अफसर
हरि रंजन राव 1994 बैच के आईएएस अफसर हैं। वह पीएमओ में टेक्नोलॉजी और गवर्नेंस वर्टिकल्स देखते हैं। वह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सचिव रह चुक हैं। पीएमओ का हिस्सा बनने से पहले वह डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस में थे। आतिश चंद्रा 1994 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अफसर हैं। वह पीएमओ में रूरल डेवलपमेंट वर्टिकल्स देखते हैं। पीएमओ का हिस्सा बनने से पहले वह FCI के सीएमडी थे।