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Privatisation Plans: अब नहीं बिकेगी कोई सरकारी कंपनी? बजट में यह रास्ता अपना सकती है सरकार

Privatisation Plans: मोदी सरकार में अब तक विनिवेश पर जोर रहा है लेकिन अब सामने आ रहा है कि स्ट्रैटेजी में बदलाव हो सकता है। खास बात ये भी है कि इस साल फरवरी में जो अंतरिम बजट पेश हुआ था, उसमें विनिवेश के आंकड़े नहीं दिए गए थे और यह दस साल से अधिक समय में पहली बार हुआ था। इसके बाद लोकसभा चुनाव हुए और फिर चुनाव के बाद गठबंधन बनाकर मोदी सरकार बनी

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Jul 12, 2024 पर 11:36 PM
Privatisation Plans: अब नहीं बिकेगी कोई सरकारी कंपनी? बजट में यह रास्ता अपना सकती है सरकार
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट 23 जुलाई को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी।

Privatisation Plans in Budget 2024: मोदी सरकार में अब तक विनिवेश पर जोर रहा है लेकिन अब सामने आ रहा है कि स्ट्रैटेजी में बदलाव हो सकता है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सरकारी सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि सरकार की योजना अब 200 से अधिक सरकारी कंपनियों का मुनाफा बढ़ाने की है। इससे पहले सरकार ने वर्ष 2021 में 60 हजार करोड़ डॉलर की सरकारी कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी को निजी हाथों में सौंपने का ऐलान किया था। हालांकि फिर इस साल लोकसभा चुनाव और फिर चुनाव के बाद बीजेपी को पूर्ण बहुमत की बजाय गठबंधन में मोदी सरकार की वापसी के चलते इस योजना को झटका लगा। खास बात ये भी है कि इस साल फरवरी में जो अंतरिम बजट पेश हुआ था, उसमें विनिवेश के आंकड़े नहीं दिए गए थे और यह दस साल से अधिक समय में पहली बार हुआ था।

क्या हो सकता है मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में?

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट 23 जुलाई को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। सूत्रों के मुताबिक निजीकरण की बजाय अब सरकारी कंपनियों का मुनाफा बढ़ाया जाएगा। इसके लिए इन कंपनियों को उन जमीनों की बिक्री हो सकती है जिनका इस्तेमाल नहीं हो रहा है। इसके अलावा उनके एसेट्स का मोनेटाइजेशन हो सकता है। सरकार का लक्ष्य इस वित्त वर्ष 2025 में 2400 करोड़ डॉलर जुटाने की है और फिर इन पैसों को कंपनियों में फिर से निवेश करने की है। इसके अलावा कंपनियों के लिए शॉर्ट टर्म की बजाय पांच साल के परफॉरमेंस और प्रोडक्शन टारगेट फिक्स किए जाएंगे।

इसके अलावा जिन कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी 50 फीसदी से अधिक है, उनमें सक्सेशन प्लानिंग लाने की योजना है जिसके तहत 2.30 लाख मैनेजर्स को सीनियर रोल के लिए तैयार करने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। अभी सरकारी कंपनियों में टॉप एग्जीक्यूटिव्स की सरकार नियुक्ति करती है। सरकार की योजना मैनेजर्स की ट्रेनिंग, कंपनी के बोर्ड में प्रोफेशनलों की नियुक्ति और वित्त वर्ष 2025/26 से हाई परफॉरमेंस के लिए इंसेंटिव लाने की है।

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