Budget 2023: अगले साल आम चुनावों को देखते हुए यूनियन बजट में रूरल और वेल्फेयर स्कीम पर सरकार का फोकस हो सकता है। ट्रस्ट-प्लूटस वेल्थ (Trust-Plutus Wealth) के कैज़ाद होज़दार (Kaizad Hozdar) ने यह अनुमान जताया है। उन्होंने बताया कि चुनावों से पहले के साल में आम तौर पर सरकार का फोकस कुछ खास सेक्टर पर बढ़ जाता है। मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि इस बजट में ग्रामीण रोजगार, आवास, शिक्षा और स्वास्थ्य पर फोकस रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सरकार बजट में PLI स्कीम के जरिए मैन्युफैक्चरिंग देने की भी कोशिश करेगी।
कैज़ाद होज़दार को इक्विटी और कैपिटल मार्केट का 17 सालों से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने कहा कि अब भी लोग गैर-जरूरी खर्च करने से बच रहे हैं। इसकी वजह बढ़ती महंगाई है। इसलिए सरकार को नौकरीपेशा वर्ग को स्टैंडर्ड डिडक्शन में कुछ राहत देनी चाहिए।
बजट में विकास कार्यों पर बढ़ता दिखेगा खर्च
उन्होंने कहा कि 2024 में लोकसभा चुनावों की वजह से बजट में सरकार कुछ पापुलिस्ट ऐलान कर सकती है। सरकार वित्तीय घाटे के लक्ष्य को हासिल करना चाहती है। पिछले कुछ बजटों में वित्तमंत्री का फोकस कैपिटल एक्सपेंडीचर पर रहा है। इस साल के बजट में भी हमें विकास कार्यों पर खर्च में इजाफा दिख सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि ग्रामीण क्षेत्र अभी तक आर्थिक मोर्चे पर कोविड के झटके से उबर नहीं पाए हैं। ऐसे में इस बजट में हमें ग्रामीण रोजगार योजनाओं और ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास पर ज्यादा आबंटन देखने को मिल सकता है।
भारत एफआईआई निवेशकों के लिए बना रहेगा बेहतर इनवेस्टमेंट डेस्टिनेशन
भारत पिछले कैलेंडर ईयर में ग्लोबल लेवल पर सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बाजारों में से एक रहा है। घरेलू बाजार के ग्रोथ और इसके पॉजिटिव आउटलुक को की पॉजिटिव ट्रिगर अपना सपोर्ट दे रहे हैं। नियर टर्म विदेशी पैसे का प्रवाह बढ़ता दिख सकता है। लेकिन भारत भी एफआईआई निवेशकों के लिए बेहतर इनवेस्टमेंट डेस्टिनेशन बना रहेगा।
घरेलू मार्केट पर फोकस कर रही कंपनियों पर पॉजिटिव नजरिया
क्या आप फार्मा शेयरों पर बुलिश हैं, इस सवाल का जवाब देते हुए कैज़ाद होज़दार ने कहा कि मैं ऐसी फर्मा कंपनियों को लेकर पॉजिटिव हूं जो घरेलू मार्केट पर फोकस कर रही हैं। इसके अलावा वे अस्पताल शेयरों को लेकर भी बुलिश हैं। उन्होंने इस बातचीत में कहा कि एक्सपोर्ट आधारित फर्मा कंपनियों पर उनका नजरिया न्यूट्रल है। इसी तरह वो डायग्नोस्टिक कंपनियों पर भी न्यूट्रल नजरिया रखते हैं।
कैपिटल गुड्स, इन्फ्रास्ट्रक्चर और अफोर्डेबल हाउसिंग से जुड़े शेयरों में तेजी की उम्मीद
सीमेंट कंपनियों पर अपनी राय देते हुए कैज़ाद ने कहा कि इस साल के बजट में डोमेस्टिक ग्रोथ, इंफ्रास्ट्रक्चर पर विकास और रूरल इकोनॉमी के ग्रोथ पर ज्यादा फोकस रहने की संभावना है। ऐसे में आगे कैपिटल गुड्स, इन्फ्रास्ट्रक्चर और अफोर्डेबल हाउसिंग से जुड़े शेयरों में तेजी आने की उम्मीद नजर आ रही है। उन्होंने ये भी कहा कि बजट के बाद इन शेयरों का प्रदर्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि क्या बजट से इनकी उम्मीदें पूरी हुई हैं?
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