हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) के आइसक्रीम बिजनेस क्वालिटी वॉल्स इंडिया लिमिटेड (KWIL) की अलग से लिस्टिंग होने वाली है। डीमर्जर के बाद HUL के शेयर की एडजस्टेड कीमत का पता लगाने के लिए NSE और BSE 5 दिसंबर को एक स्पेशल प्री-ओपनिंग सेशन आयोजित करेंगे। इसी तारीख से इंडेक्स एडजस्टमेंट के हिस्से के तौर पर KWIL को कुछ समय के लिए जीरो प्राइस पर 35 निफ्टी इंडेक्सेज में जोड़ा जाएगा। लिस्ट में निफ्टी 50, निफ्टी 100, निफ्टी 200, निफ्टी 500, निफ्टी FMCG, निफ्टी कंजम्पशन, निफ्टी MNC के साथ-साथ ESG, शरिया, फैक्टर-बेस्ड, इक्वल-वेट, वोलैटिलिटी और क्वालिटी इंडेक्स जैसे बड़े बेंचमार्क शामिल हैं।
इनक्लूजन के लिए एक डमी सिंबल ‘DUMMYHDLVR’ का इस्तेमाल किया जाएगा। इस डमी सिक्योरिटी की कीमत 4 दिसंबर को HUL के शेयर के क्लोजिंग प्राइस और स्पेशल सेशन के दौरान डिस्कवर प्राइस के बीच का अंतर दिखाएगी। अगर डिस्कवर प्राइस पिछले क्लोजिंग प्राइस के बराबर या उससे ज्यादा हुआ तो डमी स्टॉक जीरो पर रहेगा। यह उस लेवल पर तब तक फ्रीज रहेगा जब तक Kwality Wall's असल में लिस्ट नहीं हो जाती।
शेयरहोल्डर्स के लिए बदलाव
HUL और क्वालिटी वॉल्स के बीच अरेंजमेंट स्कीम के लिए 5 दिसंबर को रिकॉर्ड डेट तय किया गया है। Hindustan Unilever कह चुकी है कि उसके मौजूदा शेयरधारकों को नई एंटिटी यानि कि KWIL में 1:1 के रेशियो शेयर मिलेंगे। इसका मतलब है कि HUL के मौजूदा शेयरधारकों को उनके पास मौजूद हर एक शेयर के बदले आइसक्रीम बिजनेस की लिस्टिंग के बाद उसका एक अतिरिक्त शेयर मिलेगा।
डेरिवेटिव सेगमेंट में क्या बदलेगा
डेरिवेटिव सेगमेंट में सभी मौजूदा HUL F&O कॉन्ट्रैक्ट 4 दिसंबर को दिन के आखिर में एक्सपायर हो जाएंगे। 5 दिसंबर को HUL के शेयर के लिए प्राइस डिस्कवरी कंप्लीट होने के बाद, एक्सचेंज नए स्ट्रक्चर के हिसाब से नए F&O कॉन्ट्रैक्ट लाएंगे। इंडेक्स मैनेजर भी टेंपरेरी एडजस्टमेंट करेंगे। ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने अपने नोट में कहा है कि MSCI और FTSE, Kwility Wall's को रिकॉर्ड डेट पर डिस्कवर प्राइस पर शामिल करेंगे। बाद में नई कंपनी के ट्रेडिंग शुरू करने के बाद इसे हटा देंगे। Kwility Wall's की लिस्टिंग प्रोसेस में एक महीने तक का समय लग सकता है।
इस साल की शुरुआत में HUL ने आइसक्रीम कारोबार के प्रस्तावित डीमर्जर के लिए एक नई सहायक कंपनी क्वालिटी वॉल्स (इंडिया) को इनकॉरपोरेट किया था। HUL के लिए आइसक्रीम कारोबार एक हाई-ग्रोथ सेगमेंट है, जिसमें क्वालिटी वॉल्स, कॉर्नेटो और मैग्नम जैसे मजबूत ब्रांड हैं और ये मुनाफे में है। आइसक्रीम बिजनेस के लिए ब्रांड और तकनीक दोनों का मालिकाना हक यूनिलीवर के पास है। डीमर्जर के बाद HUL के पास KWIL का पूरा यानि 100 प्रतिशत मालिकाना हक होगा।
इंडेक्स से शेयर हटाने से पहले ट्रेडिंग पैटर्न पर रहेगी नजर
एक बार लिस्ट होने के बाद एक्सचेंज इंडेक्स से हटाने से पहले स्टॉक के ट्रेडिंग पैटर्न को देखेंगे। NSE पर स्टॉक तीसरे ट्रेडिंग दिन के बाद हटाया जाएगा। लेकिन स्टॉक लगातार दो दिन तक अपने अपर या लोअर प्राइस बैंड पर नहीं पहुंचना चाहिए। अगर यह इन बैंड्स पर पहुंचता है तो एक्सक्लूजन तब तक टाल दिया जाता है, जब तक लगातार दो स्टेबल सेशन न हों। उन दो दिनों के बाद, एक प्रेस रिलीज जारी की जाती है और अगले ट्रेडिंग दिन के बाद इसे हटाया जाता है। BSE पर भी ऐसा ही नियम है, लेकिन सिर्फ लोअर प्राइस बैंड पर विचार किया जाता है। अगर स्टॉक एक्सक्लूजन के तय दिन लोअर प्राइस बैंड पर पहुंचता है, तो भी इसे हटाया जाएगा। हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर में 1 दिसंबर को तेजी है।
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