Budget 2024-25: वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पूर्ण बजट पेश हो चुका है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे 23 जुलाई को ससंद में पेश किया। अपने बजट भाषण के दौरान उन्होंने कई ऐलान किए, कई अहम फैसलों पर रोशनी डाली और भविष्य के लिए सरकार के संकल्पों का भी जिक्र किया। अपनी बजट स्पीच की शुरुआत में वित्त मंत्री ने कहा कि देश में महंगाई के मोर्चे पर स्थिरता है और यह निर्धारित दायरे में आने की ओर है।
सीतारमण ने कहा, 'वैश्विक अर्थव्यवस्था उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर रही है लेकिन यह अभी भी नीतिगत अनिश्चितताओं से प्रभावित है। उच्च एसेट प्राइस, राजनीतिक अनिश्चितताएं और शिपिंग में अवरोध, ग्रोथ को विपरीत रूप से प्रभावित कर रहे हैं और महंगाई के जोखिम बढ़ा रहे हैं। इस मामले में भारत का आर्थिक विकास एक उत्कृष्ट उदाहरण बना हुआ है और आने वाले वर्षों में भारत इसी प्रकार प्रगति की राह पर अग्रसर रहेगा।'
वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की महंगाई कम और स्थिर है, साथ ही यह 4 प्रतिशत के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। वर्तमान में कोर इनफ्लेशन (नॉन-फूड, नॉन-फ्यूल) 3.1 प्रतिशत है। यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि जल्दी खराब होने वाले सामान की आपूर्ति, बाजार तक पर्याप्त रूप से पहुंचे।
सभी भारतीयों के लक्ष्यों को पूरा करने लिए दृढ़संकल्प
वित्त मंत्री ने अपनी बजट स्पीच में कहा कि भारत के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में एक बार फिर से अपना विश्वास व्यक्त किया है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़संकल्प हैं कि सभी धर्म, जाति, लिंग और आयु के भारतीय अपने जीवन के लक्ष्यों और आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में पर्याप्त प्रगति करें।
4 मुख्य समूहों पर फोकस करने की जरूरत
सीतारमण ने कहा कि 4 मुख्य समूहों- गरीब, महिला, युवा और अन्नदाता पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। पूरे वर्ष और उसके बाद की अवधि को ध्यान में रखते हुए, इस बजट में हम विशेष रूप से रोजगार, कौशल प्रशिक्षण, एमएसएमई और मध्यम वर्ग पर फोकस कर रहे हैं।