Union Budget 2024 : यूनियन बजट में कुछ आंकड़ों पर इकोनॉमिस्ट्स और दूसरे लोंगों की खास नजरें होती हैं। पूंजीगत खर्च का आंकड़ा उनमें से एक है। सरकार 1 फरवरी को अगले वित्त वर्ष में पूंजीगत खर्च (Capital Expenditure) का टारगेट बढ़ा सकती है। वित्तमंत्री Nirmala Sitharaman अगले महीने की पहली तारीख को अंतरिम बजट पेश करेंगी। अप्रैल-मई में लोकसभा चुनावों के बाद जो नई सरकार बनेगी वह पूर्ण बजट पेश करेगी। पूर्ण बजट जुलाई में पेश होने की उम्मीद है। आम तौर पर अंतरिम बजट में सरकार कोई बड़ा ऐलान नहीं करती है। लेकिन, इस बार कुछ बड़े ऐलान होने की उम्मीद है। इससे पहले 2019 में अंतरिम बजट पेश हुआ था। तब सरकार ने अंतरिम बजट में कई बड़े ऐलान किए थे।
बजट 2024 में पूंजीगत खर्च का टारगेट बढ़ सकता है
CNBC-TV18 ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सरकार अगले वित्त वर्ष में पूंजीगत खर्च 15-20 फीसदी बढ़ सकती है। इसका ऐलान 1 फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अपने बजट भाषण में कर सकती हैं। इस वित्त वर्ष में सरकार ने पूंजीगत खर्च के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का टारगेट रखा है। सरकार ने इसका करीब 49 फीसदी हिस्सा अप्रैल से सितंबर के दौरान खर्च कर दिया है। सितंबर में सबसे ज्यादा 1.16 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए।
बजट 2024 में पूंजीगत खर्च के टारगेट पर रहेगी नजर
सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 में पूंजीगत खर्च के लिए 7.5 लाख करोड़ रुपये का टारगेट रखा था। इस तरह वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पूंजीगत खर्च का टारगेट एक साल पहले के मुकाबले 36 फीसदी ज्यादा था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार ने पिछले कुछ सालों में पूंजीगत खर्च काफी बढ़ाया है। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सरकार ने पूंजीगत खर्च के लिए 4.1 लाख करोड़ रुपये का टारगेट तय किया था। पूंजीगत खर्च बढ़ाने से इकोनॉमिक ग्रोथ बढ़ी है।
बजट 2024 में सरकार पूंजीगत खर्च के फायदे बताएगी
कोरोना की महामारी का इकोनॉमी की ग्रोथ पर खराब असर पड़ा था। ऐसे में इकोनॉमी को सपोर्ट करने के लिए सरकार ने पूंजीगत खर्च बढ़ाने का फैसला किया। सरकार ने प्राइवेट सेक्टर को भी पूंजीगत खर्च बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया है। पूंजीगत खर्च बढ़ने का असर इकोनॉमी पर दिखा है। इंडियन इकोनॉमी में शानदार रिकवरी दिखाई है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.6 फीसदी रही। जब दुनिया की दूसरी बड़ी इकोनॉमी ग्रोथ के लिए संघर्ष कर रही हैं तब इंडियन इकोनॉमी तेजी से बढ़ रही है।