उद्योग जगत के महारथी पालोनजी मिस्त्री (Pallonji Mistry) का 93 साल की उम्र में मुंबई में निधन हो गया। वह शापूरजी पालोनजी ग्रुप के चेयरमैन थे। इस ग्रुप का कारोबार इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन, इन्फ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट, वाटर एनर्जी एंड फाइनेंशियल सर्विसेज में फैला हुआ है।
शापूरजी पालोनजी ग्रुप में 50,000 से अधिक लोग काम करते हैं। कंपनी की वेबसाइट में दी गई जानकारी के मुताबिक, दुनिया के करीब 50 देशों में कंपनी का कारोबार है। CNBC-TV18 के मुताबिक, पालोनजी की मौत सोमवार रात हुई।
पालोनजी मिस्त्री का जन्म भारत के एक पारसी परिवार में हुआ था। लेकिन 2003 में शादी के बाद उन्होंने आइरिश नागरिकता ले ली थी। पालोनजी को कारोबार के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने के लिए 2016 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था।
पालोनजी के पीछे उनके परिवार में उनकी पत्नी पाट्सी पेरिन डुबास और 4 बच्चे हैं। दो बेटे शापूर मिस्त्री और साइरस मिस्त्री के अलावा दो बेटियां लैला मिस्त्री और अलू मिस्त्री हैं। साइरस मिस्त्री साल 2012 से लेकर 2016 तक टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे। इसके बाद टाटा ग्रुप के साथ विवाद के बाद उन्हें चेयरमैन पद से हटा दिया गया। सालों तक दोनों के बीच कानूनी लड़ाई चली। अलू मिस्त्री की शादी रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा से हुई है।
पालोनजी मिस्त्री का जन्म 1929 में हुआ था। इसके बाद उन्होंने मुंबई के कैथाड्राल एंड जॉन कैनन स्कूल से पढ़ाई की। फिर वह हायर एजुकेशन के लिए लंदन के इंपीरियल कॉलेज चले गए। पालोनजी ने अपने करियर की शुरुआत 18 साल में की थी। वह अपने पिता के साथ पारिवारिक कारोबार से जुड़े थे। 1970 के दशक में उन्होंने अपने पारिवारिक कारोबार का विस्तार अबू धाबी, दुबई और कतर में किया।
शापोरजी पालोनजी ग्रुप का मुख्यालय मुंबई में है। यह पिछले 156 साल से कारोबार कर रहा है। ग्रुप अब इंडिया सहित अफ्रिका, मिडिल ईस्ट और साउथ एशिया में कंस्ट्रक्शन का काम करता है। इसने मुंबई में मालाबार हिल रिजर्वेयर और RBI की बिल्डिंग बनाई है। इसने BSE की इमारत सहित कई अहम इमारतें बनाई हैं।
2018 में कोर्ट को दी गई जानकारी के मुताबिक, शापोरजी पालोनजी ग्रुप के जरिए टाटा संस में मिस्त्री की 18.37% हिस्सेदारी है। शापोरजी पालोनजी ने 1930 में टाटा संस के शेयर खरीदे थे जिसकी वैल्यू आज करोड़ों में है।