भारतीय मेटल कंपनियों पर मूडीज का मूड बुलिश है। मूडीज ने टाटा स्टील का आउटलुक स्टेबल से बढ़ाकर पॉजिटिव कर दिया है। वहीं JSW स्टील की कॉरपोरेट फेमिली रेटिंग BA2 से बढ़ाकर BA1 कर दी है। इस पर बात करते हुए मूडीज (Moody's) के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट कौस्तुभ चौबल ने कहा, "टाटा स्टील (Tata Steel)का काम काज सुधर रहा है और इसका आउट लुक बदलने के पीछे यही बड़ी वजह है। टाटा स्टील कंजरवेटिव फाइनेंसियल पॉलिसीज पर काम करते हुए अपने कामकाज में काफी सुधार कर चुकी है। अगर टाटा स्टील का मौजूदा प्रदर्शन जारी रहता है और क्रेडिट मैट्रिक्स में सुधार आता है तो अगले 12 महीने तक इसकी रेटिंग पॉजिटिव बनी रहेगी।"
मूडीज को उम्मीद है कि कंपनी अपनी कैपिटल एलोकेशन पॉलिसी के मुताबिक मार्च 2023 (वित्त वर्ष 2023) को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में अपने कर्ज को कम से कम 1.0 अरब डॉलर तक कम करेगी।
कौस्तुभ चौबल ने आगे कहा कि "टाटा स्टील ने कैपिटल एलोकेशन पॉलिसी बनाई है जिसके हिसाब से कर्ज घटाने को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके साथ ही कैपिटल एक्सपेंडिचर और नए निवेश की वजह से मूडीज ने टाटा स्टील को पॉजिटिव आउटलुक वाली कंपनी करार दिया है।"
उन्होंने आगे कहा कि "पिछले दो वर्षों में कर्ज स्तर में लाई गई भारी कमी को साथ ही साथ वित्तीय वर्ष 2023 के बाकी बचे हिस्से में आने वाली कमी कंपनी के वित्तीय लचीलेपन में काफी सुधार करेगी और इसे निवेश-ग्रेड रेटिंग के लिए मजबूती देगी"।
अपने रेटिंग बदलने के पक्ष में तर्क देते हुए मूडीज ने इस बात पर बल दिया है कि अगले 12-18 महीनों में बाजार की स्थिति धीरे-धीरे सुधरती नजर आएगी।
Moody's ने अपने नोट में कहा कि टाटा स्टील के पूंजी संरचना (capital structure) में संरचनात्मक सुधार (structural improvement),कर्ज स्तर में कमी और पिछले दो वित्तीय वर्षों के दौरान कंपनी द्वारा उत्पन्न पर्याप्त नकदी ने कंपनी के क्रेडिट मेट्रिक्स को मजबूती दी है जो कंपनी के ओवरऑल क्रेडिट जोखिम को कम करता है।