चीन की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे खुल रही है और इसका भारतीय स्टॉक मार्केट पर बड़ा असर दिख सकता है। फंड मैनेजर Nepean Capital के को-फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर गौतम त्रिवेदी का मानना है कि चीन की इकॉनमी फिर से खुलती है तो भारत में जो पैसे लगे हैं, उसका एक हिस्सा चीन में पहुंच सकता है यानी भारतीय स्टॉक मार्केट को एक बार झटका लग सकता है। गौतम त्रिवेदी ने ये बातें सीएनबीसी-टीवी 18 से एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू में कही। चीन में लगातार तीन दिन मार्केट में शानदार तेजी रही तो ऐसे में चीन सरकार इकॉनमी को पटरी पर लाने के लिए इसे फिर से खोलने पर विचार कर सकती है। अभी जीरो-कोविड पॉलिसी (Zero Covid Policy) के चलते चीन के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन है।
फिक्स्ड इनकम प्लान में निवेश बढ़ने के आसार
कुछ समय पहले तक एफडी की दरें कम थी जिसके चलते घरेलू खुदरा निवेशक स्टॉक मार्केट में पैसे लगा रहे थे लेकिन अब स्थिति में बदलाव आ रहा है। इस साल अक्टूबर में सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान्स (SIP) में निवेश ने पहली बार 13 हजार करोड़ रुपये का लेवल पार कर दिया। गौतम को उम्मीद है कि अब फिक्स्ड इनकम प्लान में निवेश बढ़ेगा।
पिछले 18 महीने से खुदरा निवेशकों और इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स के चलते घरेलू मार्केट को सपोर्ट मिला और स्टॉक्स में निवेश आगे भी जारी रहेगा। हालांकि गौतम त्रिवेदी का मानना है कि अब दरें बढ़ने से फिक्स्ड इनकम प्लान में निवेश आकर्षक हो गया है तो इसमें भी इनफ्लो बढ़ेगा।
वैश्विक गिरावट में दिखी भारतीय मार्केट की मजबूती
अमेरिकी मार्केट में भारी गिरावट रही और वहां का एक बेंचमार्क इंडेक्स नास्डाक किसी विकासशील देश के इंडेक्स की तरह दिखा। मंदी की आशंकाओं के बावजूद अमेरिकी मार्केट संभल गया। हालांकि नास्डाक और एसएंडपी इंडेक्स में दोहरे अंकों में गिरावट रही। गौतम के मुताबिक इसकी तुलना में एशिया के दूसरे सबसे बड़े मार्केट भारतीय बाजार में महज 5 फीसदी की गिरावट रही। इसकी तुलना चीन से करें तो भारतीय बाजार और मजबूत साबित होता है क्योंकि वहां मार्केट 32 फीसदी गिरा है। एसएंडपी 15 फीसदी गिर चुका है। गौतम त्रिवेदी के मुताबिक यह साल भारतीय मार्केट के लिए बहुत अच्छा रहा है और आगे भी अच्छा रहने के आसार हैं।