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SBI ने कर्ज वसूली के लिए अपनाया दिलचस्प तरीका, डिफॉल्ट करने वाले कर्जदारों को भेजा जा रहा चॉकलेट

SBI ने बयान में कहा कि भुगतान में चूक की योजना बना रहे कर्जदार बैंक द्वारा याद दिलाने के बाद भी कोई जवाब नहीं देते हैं। ऐसे में उनके घर पर बिना उन्हें सूचित किए जाना एक अच्छा विकल्प है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बीच रिटेल लोन का वितरण भी बढ़ रहा है। ऐसे में यह कदम बेहतर कर्ज वसूली के लिए उठाया जा रहा है

अपडेटेड Sep 17, 2023 पर 6:57 PM
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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) मासिक किस्त के भुगतान में चूक करने वाले संभावित कर्जदारों को चॉकलेट भेज रहा है।

देश के पब्लिक सेक्टर के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने कर्जदारों से समय पर मासिक किस्त (EMI) का भुगतान सुनिश्चित करने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है। बैंक ने बताया कि वह मासिक किस्त के भुगतान में चूक करने वाले संभावित कर्जदारों को चॉकलेट भेज रहा है। इस पहल का मकसद कर्जदारों, खास तौर पर खुदरा ग्राहकों को समय पर भुगतान करने के लिए प्रोत्साहित करना है।

बैंक का बयान

बैंक ने बयान में कहा कि भुगतान में चूक की योजना बना रहे कर्जदार बैंक द्वारा याद दिलाने के बाद भी कोई जवाब नहीं देते हैं। ऐसे में उनके घर पर बिना उन्हें सूचित किए जाना एक अच्छा विकल्प है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बीच रिटेल लोन का वितरण भी बढ़ रहा है। ऐसे में यह कदम बेहतर कर्ज वसूली के लिए उठाया जा रहा है।


एसबीआई का रिटेल लोन आवंटन जून 2023 तिमाही में 16.46 फीसदी बढ़कर 12,04,279 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 10,34,111 करोड़ रुपये था। बैंक का कुल लोन बुक 13.9 फीसदी की बढ़त के साथ 33,03,731 करोड़ रुपये हो गया।

SBI के सीनियर अधिकारी ने क्या कहा?

एसबीआई में रिस्क, कंप्लायंस और दबाव वाली एसेट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर इन चार्ज अश्विनी कुमार तिवारी ने कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करने वाली दो फिनटेक कंपनियों के साथ हम अपने खुदरा कर्जदारों को उनके लोन के भुगतान की याद दिलाने का एक नया तरीका अपना रहे हैं। जहां एक कंपनी कर्जदार के साथ सुलह कर रही है, वहीं दूसरी कंपनी हमें कर्जदार की चूक करने की आदत के बारे में सचेत कर रही है।”

क्या है चॉकलेट भेजने का मकसद?

उन्होंने कहा कि चॉकलेट का एक पैकेट ले जाने और व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलने का यह नया तरीका अपनाया गया है। यह पाया गया है कि डिफॉल्ट की योजना बना रहा कर्जदार बैंक से भुगतान करने की याद दिलाने वाले फोन कॉल का जवाब नहीं देता है। ऐसे में सबसे अच्छा तरीका है कि आप बिना बताए उनके ही घर पर मिल उन्हें चौंका दें। इसके अच्छे नतीजे सामने आए हैं।

तिवारी ने दोनों कंपनियों का नाम बताने से इनकार करते हुए कहा कि यह कदम अभी प्रायोगिक चरण में है और इसे लगभग 15 दिन पहले ही लागू किया गया है और ‘सफल होने पर हम औपचारिक रूप से इसकी घोषणा करेंगे।’

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