Coal India Q2 Results: सरकारी कंपनी कोल इंडिया ने बुधवार को सितंबर 2025 में खत्म हुई दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया। यह ज्यादातर पैमानों पर एनालिस्टों की उम्मीद से कमजोर रहा। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹4,263 करोड़ रहा, जो सालाना आधार पर 32.06% की गिरावट है।
CNBC-TV18 ने प्रॉफिट ₹5,544 करोड़ रहने का अनुमान लगाया था। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट ₹6,275 करोड़ था। तिमाही के दौरान कोल इंडिया का रेवेन्यू 3.2% घटकर ₹30,187 करोड़ रहा। हालांकि यह CNBC-TV18 के अनुमान ₹29,587 करोड़ से थोड़ा ज्यादा था।
EBITDA और मार्जिन भी कमजोर
कोल इंडिया का EBITDA 22% घटकर ₹6,716 करोड़ रहा। यह CNBC-TV18 के अनुमान ₹7,827 करोड़ से काफी कम है। वहीं, EBITDA मार्जिन भी 580 बेसिस पॉइंट घटकर 22.2% रह गया, जबकि अनुमान 26.45% का था।
दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित
कोल इंडिया के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए ₹10 अंकित मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर ₹10.25 का दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है।
कंपनी ने बताया कि इस डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट मंगलवार, 4 नवंबर तय की गई है। शेयरधारकों को 28 नवंबर 2025 तक डिविडेंड का भुगतान किया जाएगा।
कोल इंडिया का रिजल्ट उम्मीद से कमजोर रहा। इसका असर कंपनी के शेयरों में भी दिखा। रिजल्ट के तुरंत बाद कोल इंडिया के शेयर 2% से अधिक गिर गए। दोपहर 2.15 बजे तक स्टॉक 2.20% की गिरावट के साथ 382.80 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। कोल इंडिया का शेयर अपने इंट्राडे हाई से 4.33% तक टूट चुका है।
कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) देश की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी है। यह पूरी तरह सरकारी स्वामित्व वाली है। कंपनी कोयले की खोज, खनन और सप्लाई का काम करती है। इसका कोयला बिजली बनाने, स्टील, सीमेंट और दूसरे भारी उद्योगों में ईंधन के तौर पर इस्तेमाल होता है।
कोल इंडिया अपनी आठ सहायक कंपनियों के जरिए देशभर में काम करती है और भारत की करीब 80% कोयला जरूरत अकेले पूरी करती है।
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