Core sector growth: भारत की आठ प्रमुख कोर इंडस्ट्रीज की ग्रोथ अक्टूबर 2025 में गिरकर 0% पर आ गई। सितंबर में यह 3.3% थी। वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक यह पिछले 14 महीनों का सबसे कमजोर प्रदर्शन है।
Core sector growth: भारत की आठ प्रमुख कोर इंडस्ट्रीज की ग्रोथ अक्टूबर 2025 में गिरकर 0% पर आ गई। सितंबर में यह 3.3% थी। वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक यह पिछले 14 महीनों का सबसे कमजोर प्रदर्शन है।
अक्टूबर में कोयला उत्पादन में भारी 8.5% गिरावट हुई, जबकि सितंबर में यह सिर्फ 1.2% नीचे आया था। बिजली उत्पादन भी तेजी से गिरा और 7.6% नीचे रहा। पिछले महीने इसमें 3.1% की बढ़त थी।
तेल और गैस उत्पादन भी कमजोर
प्राकृतिक गैस का उत्पादन महीने-दर-महीने 5% घटा। कच्चे तेल का उत्पादन 1.2% कम हुआ। यह गिरावट सितंबर के 1.3% के लगभग बराबर है।
कुछ सेक्टर्स में सुधार की वापसी
कमजोरी के बीच कई क्षेत्रों में बढ़त देखने को मिली।
सालाना प्रदर्शन अभी भी पॉजिटिव
अप्रैल से अक्टूबर FY26 के दौरान कोर सेक्टर की कुल ग्रोथ 2.5% रही, यानी लंबे समय के ट्रेंड में हल्की सकारात्मक संख्या बनी हुई है।
कोर सेक्टर क्या है
कोर सेक्टर उन आठ बुनियादी उद्योगों का समूह है, जो देश की आर्थिक गतिविधियों की रीढ़ माने जाते हैं। इनमें कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, बिजली, स्टील, सीमेंट और उर्वरक शामिल हैं।
ये सेक्टर पूरे इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) में लगभग 40% योगदान देते हैं। इसलिए इनमें तेजी या सुस्ती सीधे देश की आर्थिक ग्रोथ, निर्माण गतिविधियों, बिजली मांग और औद्योगिक उत्पादन पर असर डालती है।
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