Credit Cards

दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज Binance कटघरे में, अमेरिकी मार्केट ने कंपनी और फाउंडर पर लगाए 13 आरोप

Crypto News: अमेरिकी बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सेंज बाइनेंस (Binance) और इसके फाउंडर चैंगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) के खिलाफ 13 चार्जेज फाइल किए हैं। इन पर यूजर्स के अरबों डॉलर को झाओ के नियंत्रण वाली एक यूरोपीय कंपनी में भेज दिया। जानिए क्या है पूरा मामला और इन पर क्या-क्या आरोप लगाए गए हैं

अपडेटेड Jun 06, 2023 पर 11:57 AM
Story continues below Advertisement
अमेरिकी बाजार नियामक के मुताबिक बाइनेंसडॉटयूएस के दो सीईओ, जिन्होंने लगातार कार्यकाल संभाला था, उन्होंने चैंगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) के कंट्रोल को लेकर भारी चिंता जताई थी।

Crypto News: अमेरिकी बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सेंज बाइनेंस (Binance) और इसके फाउंडर चैंगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) के खिलाफ 13 चार्जेज फाइल किए हैं। इन पर यूजर्स के अरबों डॉलर को झाओ के नियंत्रण वाली एक यूरोपीय कंपनी में भेज दिया। अमेरिकी नियामक ने सोमवार को आरोप लगाया कि झाओ और उनके एक्सचेंज ने अपने खुद के कंट्रोल को हटाने का काम किया ताकि अमीर अमेरिकी निवेशकों और ग्राहक बाइनेंस के बिना रेगुलेशन वाली इंटरनेशनल एक्सचेंज पर ट्रेडिंग जारी रख सके। आरोपों के मुताबिक बाइनेंस ने बाइनेंसडॉटयूएस तैयार किया ताकि इसकी मुख्य कंपनी बाइनेंस और झाओ को कानूनी नियमों से बचाया जा सके।

इन तेरह चार्जेज के जरिए झाओ और बाइनेंस एंटिटीज ने धोखाधड़ी, हितों के टकराव, जरूरी खुलासा नहीं करने और कानून से बचने के तरीके निकालने का आरोप लगाया गया है। इन आरोपों को लेकर झाओ ने ट्विटर पर लिखा कि जब उन्हें शिकायत की कॉपी मिलती है तो वह इस पर प्रतिक्रिया देंगे। बाइनेंस ने एक ब्लॉग में अमेरिकी बाजार नियामक की शिकायत दर्ज करने के फैसले पर निराशा जताई।

मनीकंट्रोल की रिपोर्ट पर Brightcom को देनी पड़ी सफाई, ये है पूरा मामला


Binance.US के सीईओ ने जताई थी ये चिंता

अमेरिकी बाजार नियामक के मुताबिक बाइनेंसडॉटयूएस के दो सीईओ, जिन्होंने लगातार कार्यकाल संभाला था, उन्होंने झाओ के कंट्रोल को लेकर भारी चिंता जताई थी। एक सीईओ ने अपने बयान में कहा कि वह सिर्फ नाम के सीईओ थे और कंपनी उनके हिसाब से नहीं चलती थी। ऐसे में जब उन्होंने ऐसा महसूस किया तो उन्होंने कंपनी छोड़ दी। हालांकि इन दोनों ही सीईओ के नाम का खुलासा नहीं किया गया है।

क्या है पूरा मामला

शिकायत के मुताबिक बाइनेंस ने जून 2018 से जुलाई 2021 तक 1160 करोड़ डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया, जिनमें से ज्यादातर ट्रांजैक्शन फीस से आया। एसईसी का आरोप कि जब से यह कंपनी शुरू हुई है, इसने अपने फाउंडर झाओ के निर्देश और नियंत्रण में अमेरिकी ग्राहकों को लुभाने के लिए "पहले खुले तौर पर और बाद में चोरी-छिपे" काम किया। एसईसी के आरोपों के मुताबिक बाईनेंस को यह पता था कि उसके हजारों ग्राहक अमेरिका में थे, लेकिन उसने कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया जबकि अमेरिकी कानून के मुताबिक वहां गैर-रजिस्टर्ड सिक्योरिटीज को ऑफर करना और बिक्री पर रोक है। SEC के मुताबिक करीब चार साल पहले 2019 में कंपनी ने जो अंतिम अनुपालन किया था, वह बड़े पैमाने पर पब्लिक शो था।

Apple ने पहली बार पेश किया 15 इंच का MacBook, शानदार खूबियों से लैस, यह प्राइस हुई है तय

एसईसी का आरोप है कि झाओ ने अमीर ग्राहकों के लिए अपनी अमेरिकी लोकेशन को छिपाने और अपने मूल देश यानी कंट्री ऑफ ओरिजिन को धुंधला कर कंप्लॉयंस डॉक्यूमेंट्स सबमिट करने के लिए वीपीएन इस्तेमाल करने का एक प्लान तैयार किया था। एक प्रकार से बाइनेंस के एंप्लॉयीज ने अपने यूजर्स को वीपीएन के जरिए एक्सचेंज की केवाईसी सिस्टम को धोखा देने का तरीका बताया।

एसईसी का यह भी आरोप है कि बाइनेंस और झाओ ने बाजार तैयार करने वाली कंपनियों (मार्केट-मेकर्स) का इस्तेमाल किया जो हर समय ग्राहकों से लेन-देन के लिए तैयार रहती थी। एसईसी ने खुलासा किया है कि बाइनेंस के दो प्लेटफॉर्म के लिए दो मार्केट-मेकर्स मेरिक पीक और सिग्मा चेन पर झाओ का कंट्रोल था और इन्होंने ग्राहकों से पैसे जुटाए और फिर इसे बाइनेंस के पैसों में मिला दिया।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।