प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने केरल की ज्वैलरी कंपनी जॉयलुक्कास (Joyalukkas) के मालिक जॉय अलुकास वर्गीज की 305 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है। यह कार्रवाई फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्सट (FEMA) से जुड़े एक मामले के तहत हुई है। कंपनी पर आरोप है कि इसने हवाला चैनलों के जरिए दुबई में "भारी नकदी" ट्रांसफर किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार 23 फरवरी को जारी एक बयान में यह जानकारी दी। बयान के मुताबिक, ईडी ने 22 फरवरी को जॉयलुक्कास ग्रुप के कई ऑफिसों और परिसरों की तलाशी की थी। इसी के बाद संपत्तियों को जब्त किया गया है।
ED ने बताया, "जब्त किए एसेट्स में 33 अचल संपत्तियां शामिल हैं, जिनकी वैल्यू करीब 81.54 करोड़ रुपये है। इसमें थ्रिसूर में स्थित जमीन और आवासीय बिल्डिंग, तीन बैंक खाते (91.22 लाख जमा), 588 करोड़ रुपये के तीन एफडी शामिल है। इसके अलावा जॉयलुक्कस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कुछ शेयर भी जब्त किए गए हैं, जिनकी कीमत 217.81 करोड़ रुपये है।"
ED की यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है, जब जॉयलुक्कस दास ने कुछ दिनों पहले ही अपना 2,300 करोड़ रुपये का आईपीओ वापस लेने का ऐलान किया था। Joyalukkas India के मैनेजिंग डायरेक्टर अलुक्कास वर्गीस जॉय ने उस वक्त कहा था कि बाजार के खराब हालात, ऑफिसों में बदलाव और कंपनी के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए IPO के प्लान में बदलाव किया गया है।
जॉय ने मनीकंट्रोल को बताया था, "हमने कई छोटे कारणों के चलते IPO की योजना टाल दी है। हमारा मानना है कि बाजार की स्थिति अभी अनुकूल नहीं है। इसे अलावा पिछले एक साल में हमने बेहतर प्रदर्शन किया है और हमारे आंकडे बेहतर हुए हैं। हम भारत में कुछ ऑफिसों को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया में भी हैं। "
Joyalukkas India के बारे में डिटेल्स
यह कंपनी देश के सबसे बड़े ज्वैलरी रिटेल और ई-कॉमर्स चेन में शुमार है। इसके देश भर में करीब 68 शहरों में शोरूम हैं। केरल की इस कंपनी के प्रमोटर Alukkas Varghese Joy हैं। ज्वैलरी मार्केट में टाटा ग्रुप की तनिष्क और कल्याण की Warburg Pincus LLC के साथ-साथ छोटे ज्वैलरी का दबदबा है और इसमें Joyalukkas भी कारोबार कर रही है।