Flipkart Q3 Results : दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) छंटनी की तैयारी में है। इसके तहत कंपनी अपने 1000 कर्मचारियों को निकालने जा रही है। यह कंपनी के टोटल वर्कफोर्स के 5 फीसदी के बराबर है। मामले से जुड़े सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि कंपनी ने एनुअल रिस्ट्रक्चरिंग के तहत छंटनी का निर्णय लिया है। कंपनी ने इस मामले पर मनीकंट्रोल द्वारा पूछे गए सवालों का फिलहाल जवाब नहीं दिया है।
बता दें कि हाल ही में कई बड़ी-छोटी कंपनियों ने छंटनी का ऐलान किया है। बेंगलुरु बेस्ड कंपनी के पेरोल पर करीब 22000 लोग थे। कुल संख्या में ई-कॉमर्स फैशन पोर्टल मिंत्रा (Myntra) के कर्मचारी शामिल नहीं हैं। Flipkart हर साल परफॉर्मेंस के आधार पर नौकरी में कटौती करता है और वर्कफोर्स में ताजा कटौती भी उसी तर्ज पर है।
फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति ने 25 जनवरी को कर्मचारियों के साथ टाउनहॉल आयोजित किया, इस दौरान उन्होंने कहा कि कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि साल के अंत तक फ्लिपकार्ट काफी बेहतर स्थिति में होगी। मामले से वाकिफ एक शख्स ने मनीकंट्रोल को बताया कि यह संभव है कि फ्लिपकार्ट के आईपीओ को 2025 तक आगे बढ़ाया जाएगा क्योंकि यूनिट इकोनॉमिक्स बेहतर होगी।
कल्याण ने आगे यह भी बताया कि फ्लिपकार्ट का मोबाइल ऐप बिजनेस अब पैसा कमाने लगा है और व्यवसाय अच्छा चल रहा है। कंपनी के प्लान्स की जानकारी रखने वाले एक अन्य शख्स ने कहा, "फ्लिपकार्ट के किराना बिजनेस ने काफी सकारात्मक गति दिखाई है और अच्छी तरह से बढ़ रहा है।"
CEO ने यह भी कहा कि फ्लिपकार्ट के यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्रोजेक्ट तैयार है और वर्तमान में यूजर्स के एक छोटे ग्रुप के साथ इसका परीक्षण किया जा रहा है। ई-कॉमर्स कंपनी की अपनी यूपीआई ऑफरिंग उसके पूरे इको-सिस्टम को मजबूत करती है। इसका मकसद है कि खरीदारी करते समय ग्राहक फ्लिपकार्ट के यूपीआई का उपयोग करें और भुगतान करने के लिए कई ऐप्स के बीच स्विच करने के बजाय प्लेटफॉर्म पर बने रहें।