जीएमआर ग्रुप की सहायक कंपनी जीएमआर एयरपोर्ट्स (GMR Airports) की दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) को दिल्ली हवाई अड्डे के लिए यूजर्स डेवलपमेंट फी (यूडीएफ) में अच्छी-खासी बढ़ोतरी करने के लिए नियामक से मंजूरी मिल गई है। डायल का लक्ष्य इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने और दिल्ली एयरपोर्ट को हब बनाने का है और लंबी दूरी के फ्लाइट्स को प्रोत्साहित करने का है। जीएमआर एयरपोर्ट्स ने खुद इसका खुलासा किया है। कंपनी का कहना है कि एयरपोर्ट्स इकनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AERA) ने दिल्ली एयरपोर्ट के लिए इसके वैरिएबल टैरिफ प्लान को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा ऐरोनॉटिक टैरिफ में भी बढ़ोतरी होगी। यह ऑर्डर 16 अप्रैल 2025 से लागू होगा।
चार्जेज में कितनी बढ़ोतरी को मिली मंजूरी?
जीएमआर एयरपोर्ट्स को नियामक ऐरोनॉटिकल टैरिफ में करीब 148 फीसदी की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। यह बढ़ोतरी मौजूदा कंट्रोल पीरियड के लिए है जोकि 31 मार्च 2029 तक के लिए है। इसे 145 रुपये से बढ़ाकर 360 रुपये किया गया है। घरेलू यात्रियों के लिए यूजर डेवलपमेंट फी (UDF) में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह प्रति घरेलू यात्री 129 रुपये पर बना हुआ है। हालांकि ध्यान दें कि जो यात्री दिल्ली एयरपोर्ट से फ्लाईट पकड़ेंगे, उन्हें 129 रुपये का यूडीएफ देना होगा तो जो यात्री दिल्ली एयरपोर्ट पर फ्लाईट से उतरेंगे, उन्हें 56 रुपये का यूडीएफ देना होगा। अब अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए बात करें तो इकॉनमी और बिजनेस क्लास के लिए अलग-अलग यूडीएफ है।
इंटरनेशनल फ्लाईट्स पर क्या है UDF?
विदेशी उड़ानों पर यूडीएफ में अच्छी-खासी बढ़ोतरी हुई है। इकॉनमी क्लास के यात्रियों के लिए यूडीएफ 129 रुपये से 403 फीसदी बढ़कर 650 रुपये और बिजनेस क्लास के यात्रियों के लिए इसे 527 फीसदी बढ़ाकर 810 रुपये कर दिया गया है। पहले इंटरनेशनल फ्लाइट के जरिए जो यात्री नई दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरेंगे, उन्हें भी अब यूडीएफ देना होगा जबकि पहले नहीं लगता था। इकॉनमी क्लास वाले यात्री इंटरनेशनल फ्लाईट से दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते हैं तो उन्हें 275 रुपये देना होगा जबकि बिजनेस क्लास के यात्रियों को 345 रुपये।