HDFC करीब 2000 रुपये के डूबे कर्ज (Stressed Loan) को बेचने के अंतिम चरण में है। उसने रियल एस्टेट कंपनियों को यह लोन दिया था। HDFC Bank में अपने विलय से पहले वह इस कर्ज को बेचना चाहती है। इकोनॉमिक टाइम्स ने यह खबर दी है। HDFC Bank में एचडीएफसी के विलय का ऐलान पिछले साल हुआ था। विलय की प्रक्रिया जुलाई तक पूरी हो जाने की उम्मीद है। एचडीएफसी होम लोन देने वाली सबसे बड़ी NBFC है।
पिछली कुछ तिमाहियों में HDFC की एसेट क्वालिटी में काफी इम्प्रूवमेंट हुआ है। इस विलय के बाद एचडीएफसी बैंक का आकार काफी बढ़ जाएगा। एचडीएफसी का इंडिविजुअल ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (GNPA) 0.99 फीसदी से घटकर मार्च के आखिर में 0.75 फीसदी पर आ गया है। नॉन-इंडिविजुअल जीएनपीए 4.76 फीसदी से घटकर 2.9 फीसदी पर आ गया है।
एचडीएफसी के डूबे कर्ज का संबंध 7-8 अकाउंट से है। इसमें Radisson Blu Properties के लोकल ओनर्स का लोन भी शामिल है। एचडीएफसी अपने स्ट्रेस्ड लोन को बेचने के लिए एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनियों से बातचीत कर रही है। कंसल्टिंग फर्म Alvarez & Marshal इस लोन के खरीदार की तलाश करने में एचडीएफसी की मदद कर रही है।
खबर में बताया गया है कि इस लोन में कुछ एनपीए शामिल हैं, जबकि कुछ स्ट्रेस्ड लोन हो सकते हैं जिन्हें अभी एनपीए कैटेगरी में नहीं डाला गया है। मनीकंट्रोल स्वतंत्र रूप से इस खबर को वेरिफाय नहीं कर पाया है। मार्च में एचडीएफसी ने ऐसे कुछ अकाउंट्स के बारे में संभावित खरीदारों को बताया था। लेकिन इन लोन की रिकवरी की उम्मीद बहुत कम होने की वजह से बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई।
HDFC के शेयरों में 12 मई को हल्की कमजोरी देखने को मिली। करीब 12 बजे शेयर का प्राइस 0.020 फीसदी की कमजोरी के साथ 2,766 रुपये था। हालांकि, साल 2023 में अब तक कंपनी के शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। इस दौरान यह 4.24 फीसदी चढ़ा है।