अमेरिका की शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) एक बार फिर से किसी भारतीय कंपनी से जुड़ा कोई बड़ा खुलासा करने वाली है। फर्म ने 10 अगस्त को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए इसका संकेत दिया है। पोस्ट में लिखा है, "Something big soon India."
हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी, 2023 को 'अदाणी ग्रुप: हाउ द वर्ल्ड्स थर्ड रिचेस्ट मैन इज पुलिंग द लार्जेस्ट कॉन इन कॉरपोरेट हिस्ट्री' शीर्षक से एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर बड़े पैमाने पर कॉरपोरेट कदाचार और शेयर-कीमत में हेरफेर का आरोप लगाया गया था।
रिपोर्ट के आने के बाद अदाणी एंटरप्राइजेज समेत अदाणी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयरों में तगड़ी गिरावट आई। 24 जनवरी, 2023 से 22 फरवरी, 2023 की अवधि के दौरान अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में लगभग 59 प्रतिशत की गिरावट आई और कीमत 3,422 रुपये से 14,04.85 रुपये प्रति शेयर तक लुढ़क गई। निवेशकों को 30 अरब डॉलर से ज्यादा का घाटा हुआ। ग्रुप की कंपनियों के खिलाफ रेगुलेटरी जांच भी शुरू हुई।
लेकिन अदाणी समूह की ओर से कर्ज में कटौती और बड़े प्रोजेक्ट शुरू करने के बाद अब उस पूरे घाटे की भरपाई हो गई है। बता दें कि अदाणी समूह बार-बार हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों का खंडन करता रहा है।
हिंडनबर्ग ने स्टॉक्स में बिकवाली का उठाया फायदा: SEBI
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) का दावा है कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह के खिलाफ अपनी रिपोर्ट की एक एडवांस कॉपी, रिपोर्ट पब्लिश करने से लगभग 2 महीने पहले न्यूयॉर्क स्थित हेज फंड मैनेजर मार्क किंग्डन के साथ साझा की थी। साथ ही अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में उतार-चढ़ाव का फायदा उठाया था। इस साल जुलाई में खबर आई थी कि सेबी ने हिंडनबर्ग को 46 पेज का कारण बताओ नोटिस भेजा है।
नोटिस में सेबी ने विस्तार से बताया कि कैसे रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद हिंडनबर्ग, न्यूयॉर्क के हेज फंड और कोटक महिंद्रा बैंक से जुड़े ब्रोकर को अदाणी समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों की वैल्यूएशन में आई 150 अरब डॉलर की भारी गिरावट से फायदा हुआ। नोटिस के जवाब में हिंडनबर्ग ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि यह भारत के सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों की ओर से किए गए भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को उजागर करने वालों को चुप कराने और डराने-धमकाने का प्रयास है।