देश में एंटरटेनमेंट और टूरिज्म के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मानेसर में देश का पहला डिज्नीलैंड-स्टाइल थीम पार्क बनाने की योजना का ऐलान किया है। एचटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह मेगा प्रोजेक्ट 500 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा और इसे हरियाणा की इकोनॉमी और सांस्कृतिक पहचान को बदलने वाला बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा, “यह एंटरटेनमेंट हब हरियाणा ही नहीं, पूरे देश को आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक लाभ देगा।” यह ऐलान केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ हुई चर्चा के बाद की गई।
प्रोजेक्ट का जगह और महत्व
यह थीम पार्क कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे और हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के पास बनेगा। इसके साथ ही यह गुरुग्राम के कॉरपोरेट हब और आने वाले 1,000 एकड़ के ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट से भी जुड़ा होगा। इस इलाके को इसके बेहतरीन कनेक्टिविटी और बाजार की संभावनाओं को ध्यान में रखकर चुना गया है।
हजारों नौकरियों और इंफ्रास्ट्रक्चर को मिलेगा बढ़ावा
सैनी ने इसे हरियाणा की इकोनॉमी और संस्कृति के लिए "गेम-चेंजर" बताया है। इस परियोजना से हजारों लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। साथ ही हॉस्पिटैलिटी, रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। यह थीम पार्क पेरिस, टोक्यो और कैलिफोर्निया जैसे जगहों पर बने डिज्नीलैंड की तर्ज पर बनाया जाएगा, जिससे भारत के नेशलन कैपिटल रीजन (NCR) को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी।
1989 की नाकाम कोशिश की याद ताजा
इस ऐलान ने साल 1989 की एक असफल परियोजना की याद दिला दी है, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने 28,000 एकड़ में इसी तरह के थीम पार्क बनाने की योजना बनाई थी। लेकिन किसानों के विरोध के चलते यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी। INLD नेता अभय चौटाला ने बीजेपी के उस वक्त विरोध का हवाला देते हुए उसे पाखंडी करार दिया और कहा, “अगर 1989 का प्रोजेक्ट सफल हो गया होता, तो आज हरियाणा टैक्स-फ्री राज्य होता।”
BJP का जवाब: अब कोई जमीन जबरदस्ती नहीं ली जाएगी
हालांकि, बीजेपी नेताओं ने 500 एकड़ की छोटी योजना का बचाव करते हुए इस बात पर जोर दिया कि यह किसानों के अधिकारों का सम्मान करती है। पार्टी प्रवक्ता अरुण यादव ने एचटी को बताया, “1989 में हमारा विरोध इसलिए था क्योंकि किसानों की जमीन जबरदस्ती ली जा रही थी। लेकिन आज का 500 एकड़ वाला प्रोजेक्ट उनकी सहमति और हितों को ध्यान में रखकर आगे बढ़ेगा।”
हरियाणा की सांस्कृतिक पहचान को भी नया रूप
राज्य सरकार सुरजकुंड क्राफ्ट मेला को विस्तार देते हुए अब दिवाली फेयर और बुक फेयर जैसी नई पहल कर रही है। साथ ही कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को और भव्य बनाने के लिए केंद्र से सहायता मांगी गई है।