पांच महीने के भीतर इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) की इंडिगो (IndiGo) को इसका पहला एयरबस A321XLR विमान मिलने वाला है। यह एक बार में सबसे अधिक दूरी तक यानी दोबारा फ्यूल भराए सबसे अधिक लंबी उड़ान वाला विमान है। इसके बेड़े में शामिल होने के बाद इंडिगो पश्चिमी यूरोप और देश के पूर्व में दूर स्थित देशों में सीधी उड़ान शुरू कर सकेगी। मनीकंट्रोल को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। जानकारी के मुताबिक CFM LEAP-1A इंजन से लैस इंडिगो को पहला A321XLR जून तक मिल जाएगा और पांच विमान इस साल 2025 के आखिरी तक मिलेंगे।
8700 किमी तक दोबारा फ्यूल भरवाने की जरूरत नहीं
इंडिगो के एक सीनियर एग्जीक्यूटिव ने बताया कि नए विमान में डुएल-क्लास कंफिगरेशन होगा और इसके जरिए विमान कंपनी 4700 नॉटिकल माइल्स यानी 8700 किमी तक बिना दोबारा फ्यूल भरवाए उड़ान भर सकती है। इससे विमान कंपनी भारतीय एयरपोर्ट से लंदन, एम्सटर्डम, पेरिस, टोक्यो और पर्थ के लिए सीधे उड़ सकती है। अभी इंडिगो के बेड़े में जो विमान हैं, वह एक बार में अधिकतम 7,200 किमी तक जा सकती हैं।
विस्तार योजना के तहत इंडिगो ने आईएटीए समर शेड्यूल के तहत दिल्ली से लंदन के हीथ्रू एयरपोर्ट, लंदन गैटविक एयरपोर्ट, बर्मिघम एयरपोर्ट, पेरिस चार्ल्स डी गल एयरपोर्ट और एम्सटर्डम एयरपोर्ट शिफोल तक के उड़ाने को स्लॉट के लिए आवेदन कर दिया है। आईएटीए का समर शेड्यूल 30 मार्च से 26 अक्टूबर तक का होता है और वर्ल्डवाइड एयरपोर्ट स्लॉट गाइडलाइंस का इस्तेमाल करते हुए विमान कंपनियों को स्लॉट एलॉट किए जाते हैं। हर सेशन के लिए विमान कंपनियां स्लॉट के लिए आवेदन करती हैं।
क्या है विस्तार का पूरा प्लान
पिछले हफ्ते इंडिगो के सीईओ पीटक एल्बर्स ने तिमाही नतीजे के बाद कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा था था कि अगले जल्द ही तीन और विदेशी एयरपोर्ट के लिए उड़ान शुरू की जाएगी और इस प्रकार वित्त वर्ष 2024-25 में इंडिगो का जुड़ाव विदेशों के 40 एयरपोर्ट से हो जाएगा। इंडिगो को भारत और किर्गीस्तान की सरकारों से मंजूरी मिल चुकी है और 15 फरवरी से दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और किर्गीस्तान के बिशकेक में स्थित मानस इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए डेली सर्विस शुरू होने की उम्मीद है।
इंडिगो ने अभी एयरबस को 69 A321 XLR का ऑर्डर दिया हुआ है, जिनकी डिलीवरी वर्ष 2030 तक होगी। पिछले साल इंडिगो ने लंबी दूरी की फ्लाइट्स के लिए 30 एयरबस A350-900 विमानों का भी ऑर्डर दिया था, जिनकी डिलीवरी 2027 में शुरू होगी। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया था कि इंडिगो यूरोपीय मार्केट में आक्रामक तरीके से विस्तार की स्ट्रैटेजी के तहत नॉर्वे की नॉर्स अटलांटिक को छह बोईंग 787 विमान लीज पर देने के लिए एग्रीमेंट किया है। इंडिगो के पास अभी इंस्तांबुल के लिए तुर्किश एयरलाइंस से वेट लीज पर दो बोईंग 777 हैं और 2027 में इसे 30 एयरबस A350-900s के ऑर्डर के तहत अपना पहला वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट विमान मिल जाएगा। हालांकि इन सबसे पहले कंपनी ने अर्निंग्स कॉल में कहा था कि यह लंबी दूरी के विमान लाने पर काम कर रही है। अब सूत्रों ने बताया कि जून 2025 तक इससे जुड़ा पहला विमान आ जाएगा।