IndusInd Bank News: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इंडसइंड बैंक के लिए एग्जेक्यूटिव्स की अंतरिम कमेटी का कार्यकाल एक महीने के लिए और बढ़ा दिया है। हालांकि आरबीआई ने 28 अगस्त या नए एमडी और सीईओ की नियुक्ति, दोनों में से जो भी पहले हो, तब तक के लिए इसका कार्यकाल बढ़ाया है। शुक्रवार को बैंक ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है। इस कमेटी को बैंक के बोर्ड ने एमडी और सीईओ की इस्तीफे के बाद आरबीआई की मंजूरी के बाद 29 अप्रैल को बनाया था। इस कमेटी में कंज्यूमर बैंकिंग के प्रमुख सौमित्र सेन और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अनिल राव शामिल हैं। कमेटी का कार्यकाल बढ़ने से यह सुनिश्चित होगा कि नए एमडी और सीईओ की नियुक्ति के लिए जो प्रक्रिया है, वह जारी रहे।
क्यों नहीं मिल पाया InduInd Bank के लिए नया एमडी और सीईओ?
एक अधिकारी के मुताबिक अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि बोर्ड ने जो नाम सामने रखे हैं, उन्हें रेगुलेटर ने मंजूरी नहीं दी है या रेगुलेटर को लगता है कि किसी शख्स पर अंतिम फैसला लेने से पहले और उम्मीदवारों पर विचार किया जाना चाहिए। फिलहाल मामले को विचार के लिए बोर्ड के पास भेज दिया गया है। बोर्ड ने पिछले महीने जून के मध्य में कुछ नाम भेजे थे। एक और शख्स ने कहा कि बोर्ड ने जिन कैंडिडेट्स के नाम सुझाए हैं, उनमें से कुछ इस कठिन जिम्मेदारी को संभालने में हिचक रहे हैं।
मनीकंट्रोल के सूत्रों के मुताबिक बोर्ड को कुछ पब्लिक सेक्टर बैंकों में काम कर रहे और विदेशों में काम कर रहे भारतीय मूल के बैंकर्स पर विचार करने के लिए कहा जा सकता है। अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि इंडसइंड बैंक इस मामले में कब तक काम करेगा लेकिन बैंक को 30 सितंबर तक नए सीईओ की नियुक्ति करनी है तो जुलाई के आखिरी तक कुछ और नाम भेजे जाएंगे।
पिछले सीईओ ने क्यों दिया था इस्तीफा?
सुमंत कठपालिया ने अप्रैल महीन में इंडसइंड बैंक के सीईओ पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने ₹1,979 करोड़ के डेरिवेटिव नुकसान की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ा था। उन्होंने अपन इस्तीफे में लिखा था कि बैंक में हाल ही में कुछ गड़बड़ी और चूक हुई और वह इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि उनका इस्तीफा बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में गड़बड़ियों से विवाद के चलते आया है।