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IndusInd Bank के CEO सुमंत कठपालिया ने दिया इस्तीफा, ₹1979 करोड़ के 'नुकसान' की ली जिम्मेदारी

IndusInd Bank के CEO सुमंत कठपालिया ने ₹1,979 करोड़ के डेरिवेटिव नुकसान की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है। PwC रिपोर्ट में लेखांकन गड़बड़ी उजागर हुई, जिससे बैंक की साख और शेयर पर गहरा असर पड़ा।

अपडेटेड Apr 29, 2025 पर 11:51 PM
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सुमंत कठपालिया ने स्वीकार किया कि उनका इस्तीफा बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में गड़बड़ियों से जुड़े विवाद के चलते आया है।

इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO सुमंत कठपालिया (Sumant Kathpalia) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बैंक ने सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी देते हुए बताया कि यह इस्तीफा 29 अप्रैल के वर्किंग डे के खत्म होने से प्रभावी होगा।

कठपालिया ने अपने त्यागपत्र में लिखा, 'बैंक में हाल ही में कुछ गड़बड़ी और चूक हुई। मैं उसकी नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं।' उन्होंने स्वीकार किया कि उनका इस्तीफा बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में गड़बड़ियों से जुड़े विवाद के चलते आया है।

इंडसइंड बैंक में डेरिवेटिव विवाद का मामला


IndusInd Bank के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में लेखांकन गड़बड़ियों के चलते टॉप मैनेजमेंट आलोचना के घेरे में आया। दिसंबर 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार, इन गड़बड़ियों से बैंक की नेटवर्थ पर अनुमानित 2.35 प्रतिशत का नकारात्मक असर पड़ा है। PwC की स्वतंत्र जांच में इस प्रभाव को ₹1,979 करोड़ यानी 2.27 प्रतिशत बताया गया।

इस विवाद के चलते बैंक के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। इंडसइंड बैंक का शेयर विवाद के खुलासे के बाद एक दिन में 26 प्रतिशत तक गिर गया था, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ था।

इंडसइंड बैंक पर RBI की प्रतिक्रिया

RBI ने स्थिति को लेकर स्पष्ट किया है कि IndusInd Bank की पूंजी और वित्तीय स्थिति संतोषजनक है। वित्त सचिव संजय मल्होत्रा ने हाल ही में इंडसइंड बैंक से जुड़े सवाल पर बैंकिंग क्षेत्र को 'सुरक्षित और मजबूत' बताया था। उनका कहना था कि इंडसइंड बैंक में गड़बड़ी कभी-कभार होने वाली घटना है, यह बैंकिंग सिस्टम की नाकामी नहीं है।

जांच रिपोर्ट और आंतरिक सुधार

इंडसइंड बैंक ने ग्रांट थॉर्नटन को फॉरेंसिक ऑडिट के लिए नियुक्त किया था। इसकी रिपोर्ट 26 अप्रैल 2025 को सौंपी गई। रिपोर्ट में सामने आया कि आंतरिक डेरिवेटिव सौदों गलत लेखांकन किया गया था। इसमें सौदा समाप्त होने से पहले ही काल्पनिक मुनाफा दर्ज कर लिया गया, जो गड़बड़ी की मुख्य वजह बना।

बोर्ड ने टॉप मैनेजमेंट की जवाबदेही तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिकाएं पुनर्गठित की जा रही हैं।

डिप्टी सीईओ का भी इस्तीफा

कठपालिया के एक दिन पहले बैंक के डिप्टी सीईओ और Whole-Time Director अरुण खुराना ने भी तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया था। खुराना ने लिखा, 'फ्रंट ऑफिस ट्रेजरी संचालन की मेरी भूमिका को देखते हुए, और हालिया घटनाक्रम के मद्देनजर मैं अपना पद छोड़ रहा हूं।'

अंतरिम व्यवस्था की तैयारी

इंडसइंड बैंक ने RBI से अनुरोध किया है कि स्थायी CEO की नियुक्ति तक एक अंतरिम समिति को सीईओ की जिम्मेदारियां निभाने की अनुमति दी जाए। IndusInd Bank फिलहाल स्थिति को स्थिर करने की कोशिश में है। बैंक का बोर्ड नियामकीय दिशा-निर्देशों के अनुसार आगे की कार्रवाई कर रहा है।

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