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Jet Fuel की कीमत 12% घटी, क्या घटने जा रही हैं एयरलाइंस कंपनियों के टिकटों की कीमतें?

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo ने 'Sweet 16' ऑफर पेश कर दिया। एयरलाइंस ने सभी घरेलू रूट्स के लिए इस ऑफर का ऐलान किया है। इसके तहत ग्राहक 1,616 रुपये की शुरुआती कीमत पर टिकट बुक कर सकते हैं

अपडेटेड Aug 06, 2022 पर 12:17 PM
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उम्मीद है कि आने वाले दिनों में दूसरी एयरलाइंस कंपनियां भी इंडिगो की तरह ऑफर पेश कर सकती हैं। पिछले महीने इंडिगो के स्कीम लॉन्च करने के बाद दूसरी एयरलाइंस कंपनियों ने भी अपनी-अपनी स्कीम लॉन्च की थी।

ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 1 अगस्त को जेट फ्यूल (ATF) की कीमत 12 फीसदी तक घटा दी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतों में गिरावट के बाद उन्होंने कीमतें घटाने का ऐलान किया। इसके ठीक एक दिन बाद देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo ने 'Sweet 16' ऑफर पेश कर दिया। एयरलाइंस ने सभी घरेलू रूट्स के लिए इस ऑफर का ऐलान किया है।

इंडिगो का यह ऑफर 3 से 5 अगस्त के लिए है। इसके तहत ग्राहक 1,616 रुपये की शुरुआती कीमत पर टिकट बुक कर सकते हैं। यह टिक्ट 18 अगस्त, 2022 से 16 जुलाई, 2023 के बीच की यात्रा के लिए होगा। इससे पहले इंडिगो ने 'Let's Sale with IndiGo' नाम से यह स्कीम पेश की थी। यह स्कीम 31 जुलाई को खत्म हो गई। जुलाई के अंतिम हफ्ते में लॉन्च इस स्कीम के तहत 1,499 रुपये की शुरुआती कीमत से टिकट बुक कराया जा सकता था।

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उम्मीद है कि आने वाले दिनों में दूसरी एयरलाइंस कंपनियां भी इंडिगो की तरह ऑफर पेश कर सकती हैं। पिछले महीने इंडिगो के स्कीम लॉन्च करने के बाद दूसरी एयरलाइंस कंपनियों ने भी अपनी-अपनी स्कीम लॉन्च की थी।

SpiceJet ने 'सीजन सेल' लॉन्च की थी। इसमें टिकट की शुरुआती कीमत 1,498 रुपये थी। GoFirst ने 'Rock Bottom Sale' लॉन्च की थी। इसमें टिकट की शुरुआती कीमत 1,799 रुपये रखी गई थी। AirAsia ने 'Pay Day Sale' नाम से स्कीम पेश की थी। इसमें टिकट का स्टार्टिंग प्राइस 1,499 रुपये था।

सवाल है कि क्या आने वाले दिनों में हवाई यात्रा सस्ती होने जा रही है? एक्सपर्ट्स की मानें तो एयरलाइंस कंपनियों के टिकट की कीमतें कोरोना की महामारी से पहले के स्तर पर जाने वाली नहीं हैं। इसकी वजह यह है कि अब भी फ्यूल की कीमत ऊंची हैं। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपया की कमजोरी और एयरलाइंस कंपनियों की कमजोर वित्तीय स्थिति टिकटों की कीमतों में कमी के रास्ते की मुख्य बाधाएं हैं।

इंडिगो का जून तिमाही का रेवेन्यू रिकॉर्ड 12,855.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। लेकिन इसका लॉस 1,064.26 करोड़ रुपये रहा। GoFirst एयरलाइन के सीनियर अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर मनीकंट्रोल को बताया, "फ्यूल की कीमतों में नरमी दिखी है। लेकिन यह अभी कोरोना की महामारी से पहले के स्तर के मुकाबले ज्यादा है। जब तक फ्यूल की कीमतों में और गिरावट नही आती, तब तक टिकट के प्राइसेज ज्यादा घटने वाले नहीं हैं।"

एक दूसरी एयरलाइन कंपनी के सीनियर अधिकारी ने कहा कि जब तक फ्यूल की कीमतें ऊंची बनी रहती हैं मार्केट लीडर IndiGo के पास टिकटों के प्राइसेज तय करने का पावर है। अगर वह इस पावर का इस्तेमाल नहीं करता है तो उसकी बाजार हिस्सेदारी में कमी आ सकती है।

उधर, Akasa Air ने अपने शुरुआती रूट्स पर IndiGo के मुकाबले सस्ते टिकट ऑफर किए हैं। एयरलाइंस इंडस्ट्री की यह नई कंपनी अगस्त में मुंबई-अहमदाबाद का टिकट सिर्फ 3000 रुपये में बेच रही है। यह इस रूट पर टिकट का सबसे कम प्राइस है। अकाश एयर की कैपेसिटी इतनी कम है कि वह इंडिगो की प्राइसिंग पावर पर असर नहीं डाल सकता।

अगले महीने से सेवाएं शुरू करने जा रही जेट एयरवेज के पास इतनी ताकत नहीं होगी कि वह एयरलाइंस के टिकटों की कीमतों पर ज्यादा असर डाल सके। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंडिगो इसलिए ऑफर लॉन्च कर रही है, क्योंकि वह चाहती है कि जुलाई-सितंबर के दौरान उसके लोड-फैक्टर में ज्यादा कमी नहीं आए। इंडिया में हवाई यात्रा के लिए इसे कमजोर सीजन माना जाता है।

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