बीते हफ्ते सोने (Gold) में अच्छी तेजी दिखी। इसके भाव एक महीना की ऊंचाई पर पहुंच गए। कमोडिटी एक्सचेंज MCX पर गोल्ड का अक्टूबर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट (October Futures Contract) 51,864 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर में सोने का भाव 1,800 डॉलर का स्तर छूने के बाद आखिर में 1,774 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ।
सोने में तेजी की वजह बदलते अंतरराष्ट्रीय माहौल को बताया जा रहा है। अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों के मंदी में जाने की आशंका जताई जा रही है। उधर, ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन में तनानती लगातार बढ़ रही है। जब कभी दुनिया में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता बढ़ती है, सोने की डिमांड बढ़ जाती है। इस वजह से इसकी कीमतें चढ़ती हैं। इसकी वजह यह है कि सोने को निवेश का सबसे सुरक्षित माध्यम माना जाता है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने को लेकर आउटलुक पॉजिटिव दिख रहा है। लेकिन, डॉलर इंडेक्स में मजबूती के बाद सोने में मुनाफावसूली दिख सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का हाजिर भाव 1,750-1,720 डॉलर प्रति औंस के दायरे में रहने की उम्मीद है।
जानकारों का कहना है कि अगर आप सोना खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो थोड़ा इंतजार करना ठीक रहेगा। मुनाफावसूली के बाद इसकी कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी। तब घरेलू बाजार में इसका भाव 51,300-51,500 रुपये प्रति 10 के दायरे में आ जाने की उम्मीद है। इस भाव पर खरीदारी करना फायदेमंद रहेगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी हाजिर सोने का भाव 1,750 डॉलर प्रति औंस पर आ जाने की उम्मीद है।
शुक्रवार (5 अगस्त) को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने में हल्की कमजोरी देखने को मिली। इसका भाव 9 रुपये गिरकर 52,592 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। गुरुवार को सोना 52,601 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। शुक्रवार को चांदी में भी 487 रुपये की गिरावट आई। इसका भाव 58,477 रुपये प्रति किलोग्राम रहा।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया कि कुल मिलाकर सोने का आउटलुक अच्छा दिख रहा है। लेकिन, डॉलर इंडेक्स के 105 के लेवल से ऊपर जाने से मुनाफावसूली के आसार दिख रहे हैं। इसके बाद इसमें थोड़ी गिरावट दिख सकती है। फिर, उसमें तेजी का नया दौर शुरू हो सकता है।