Journey of Waiter to Third largest Company's CEO: कहते हैं कि हुनर को अगर मौका मिला तो गरीबी आड़े नहीं आती। यह कहानी है एक ऐसे शख्स की जिसने कभी वेटर का काम किया था और किसी को अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि इस शख्स के हाथ में कभी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मार्केट कैप वाली कंपनी की कमान होगी। यहां बात हो रही है गूगल (Google) और एमेजॉन (Amazon) से भी बड़ी कंपनी एनवीडिया (NVidia) के सीईओ जेनसेन हुआंग (Jensen Huang) की।
कभी वह रेस्टोरेंट चेन डेनी (Denny) में वेटर थे, अब वह एनवीडिया के सीईओ हैं। इसके साथ ही दुनिया भर के अरबपतियों की सूची ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स की सूची के मुताबिक 11.1 हजार करोड़ डॉलर (9. 27 लाख करोड़ रुपये) की दौलत के साथ वह दुनिया के 13वें सबसे अमीर शख्स हैं। इसके अलावा 2021 से लगातार वह दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की टाइम की सूची में शुमार हैं।
ताईवान से ऐसे पहुंचे अमेरिका
जेनसेन का जन्म ताईवान के ताइनान में हुआ था। पांच साल की उम्र में उनका परिवार थाईलैंड चला गया था। वह नौ वर्ष की उम्र में अपने बड़े भाई के साथ अमेरिका चले गए थे। वहां वह वॉशिंगटन में अपने चाचा टाकोमा के साथ रहते थे। पोर्टलैंड के पास स्थित अलोहा हाई स्कूल से उन्होंने शुरुआती पढ़ाई पूरी की। फिर ओरेगोन स्टेट यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बैचलर और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स किया। उन्होंने एएमडी और एलएसई लॉजिक में अनुभव हासिल किया जिसने भविष्य को लेकर जेनसेन को तैयार कर दिया।
NVidia के जरिए ऐसे बदल दी तकनीकी दुनिया
वर्ष 1993 में जेनसेन हुआंग ने 30 वर्ष की उम्र में अपने पार्टनर्स Chris Malachowsky और Curtis Priem के साथ मिलकर एनवीडिया की शुरुआत की। इसका लक्ष्य ग्राफिक प्रोसेसिंग की दुनिया में क्रांति लाने का था और इसने ऐसा किया। इसका लक्ष्य पर्सनल कंप्यूटर्स के लिए 3डी ग्राफिक्स की समस्या का समाधान निकालना था और वर्ष 1999 में इसने GeForce 256 लॉन्च कर इंडस्ट्री में नया स्टैंडर्ड सेट कर दिया। जल्द ही एक साथ कई टास्क पर काम करने के लिए GPU जरूरी हो गया। इसने पर्सनल कंप्यूटर गेमिंग मार्केट में तगड़ी चाबी भर दी।
एनवीडिया सिर्फ ग्राफिक्स तक ही सीमित नहीं रही बल्कि जेनसेन ने कंपनी का फोकस एआई, डेटा सेंटर्स और प्रोफेशनल विजुअलाइजेशन की तरफ भी बढ़ा दिया। जीपीयू कंप्यूटर्स, रोबोट्स और सेल्फ-ड्राइविंग कारों के ब्रेन के तौर पर काम कर रही है। एनवीडिया के ग्रोथ की बात करें तो कुछ दिन पहले इसने माइक्रोसॉफ्ट और एपल के मार्केट कैप को पीछे छोड़ दिया था लेकिन अब यह तीसरे स्थान पर है। पहले पर माइक्रोसॉफ्ट और दूसरे पर एपल है। टॉप की तीनों कंपनियों का मार्केट कैप 3-3 लाख करोड़ डॉलर यानी 3 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है।