अमेरिका में महंगाई ऊंचे स्तर पर बनी हुई है। मार्च महीने के इनफ्लेशन के आंकड़े अनुमान से अधिक आए जिसने फेडरल रिजर्व की तरफ से रेट में कटौती की उम्मीदों को खत्म कर दिया। अब इसे लेकर कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के फाउंडर उदय कोटक (Uday Kotak) ने वैश्विक स्तर पर भारी उथल-पुथल को लेकर सतर्क किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में ऊंचे महंगाई दर और ब्रेंट क्रूड ऑयल यानी कच्चे तेल के 90 डॉलर के भाव के चलते दुनिया भर में ब्याज दरें ऊंची रह सकती है और भारत में भी ऐसा ही रुझान रह सकता है।
कब तक रेट कट की है उम्मीद?
अमेरिका में मार्च में महंगाई दर के अनुमान से अधिक रहने के चलते जल्द ब्याज दरों में जल्द कटौती को लेकर उम्मीदें धूमिल हो गई हैं। इसे लेकर उदय कोटक का अनुमान है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के आस-पास दरों में कटौती कर सकता है। अमेरिका में अगले राष्ट्रपति के लिए चुनाव नवंबर में होने हैं।
अमेरिका में मार्च में इनफ्लेशन 3.5 फीसदी पर पहुंच गया जबकि फरवरी में यह आंकड़ा 3.2 फीसदी पर था। इसके आंकड़े 10 अप्रैल को जारी हुए। इस आंकड़े के सामने आने पर अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड्स बढ़ गया और शेयरों में गिरावट आई। वहीं चीन की बात करें तो यहां कंज्यूमर इनफ्लेस मार्केट में अनुमान से अधिक कम हो गई जबकि प्रोड्यूसर प्राइस डिफ्लेशन बना रहा यानी कि प्रोड्यूसर प्राइस में गिरावट बनी रही। इसके चलते चीन पर और राहत देने का दबाव बना हुआ है क्योंकि मांग कमजोर बनी हुई है। भारत की बात करें तो अभी इसके आंकड़े सामने नहीं आए हैं लेकिन रायटर्स के पोल में इकनॉमिस्ट्स ने अनुमान लगाया है कि मार्च में कंज्यूमर प्राइस इनफ्लेशन फरवरी के 5.09 फीसदी से नरम होकर 4.91 फीसदी पर आ सकता है। भारत में ये आंकड़े 12 अप्रैल को सामने आएंगे।