Aditya Birla Group अपने सीमेंट बिजनेस को बढ़ाने के लिए ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक दोनों तरीकों का इस्तेमाल करेगा। ग्रुप अपने सीमेंट बिजनेस का विस्तार करना चाहता है। इनऑर्गेनिक का मतलब नई कंपनियों के अधिग्रहण से है। आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन मंगलम बिरला ने यह जानकारी दी है। बिरला का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब इंडिया के सीमेंट मार्केट में बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए दिग्गज सीमेंट कंपनियों की दिलचस्पी अधिग्रहण में बढ़ी है। आदित्य बिरला ग्रुप UltraTech Cement और Grasim Industries के जरिए मार्केट लीडर है।
बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने पर फोकस
एनालिस्ट्स का कहना है कि सीमेंट इंडस्ट्री की बड़ी कंपनियां छोटी कंपनियों का अधिग्रहण जारी रखेंगी। उनकी कोशिश अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने की होगी। लेकिन, एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में क्षमता बढ़ेगी, जिससे प्राइस वॉर शुरू होगा। इसका असर मार्जिन पर पड़ेगा। यह सीमेंट कंपनियों के लिए अच्छा नहीं होगा। कुमारमंगलम बिरला ने बिरला ओपस के लॉन्च के मौके पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में मनीकंट्रोल के एक सवाल के जवाब में कहा, "सीमेंट बिजनेस के लिए हम ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक दोनों रास्तों पर विचार कर रहे हैं।"
यह भी पढ़ें: Bajaj Auto ने Yulu Bikes में बढ़ाया निवेश, अब इतनी हो गई हिस्सेदारी
अल्ट्राटेक की उत्पादन क्षमता सबसे ज्यादा
अल्ट्राटेक ने 30 नवंबर को कहा था कि वह शेयर स्वैप बेसिस पर केसोराम इंडस्ट्रीज के सीमेंट बिजनेस का अधिग्रहण करेगी। इस विलय के 1 अप्रैल, 2024 से प्रभावी होने की उम्मीद है। इस डील से अल्ट्राटेक की क्षमता सालाना 1.07 करोड़ टन बढ़ जाएगी। अभी कंपनी की कंसॉलिडेटेड क्षमता 14.2 करोड़ टन है। यह सीमेंट कंपनियों में सबसे ज्यादा क्षमता है।
अल्ट्राटेक ने राजस्थान प्लांट की क्षमता बढ़ाई
अल्ट्राटेक के चीफ फाइनेंशियल अफसर अतुल डागा ने इस महीने की शुरुआत में कंपनी के नतीजों के बाद एनालिस्ट्स को बताया था कि इनऑर्गेनिक का मौका हमेशा रहता है। लेकिन, कोई ट्रांजेक्शन अल्ट्राटेक के लिए कितना सही है, इस पर विचार करना होगा, क्योंकि हमारी मौजूदगी पूरे देश में है। कंपनी ऑर्गेनिक ग्रोथ पर भी फोकस कर रही है। 21 फरवरी को उसने राजस्थान के कोटपुतली प्लांट की क्षमता में 18 लाख टन की वृद्धि का ऐलान किया।
अदाणी समूह का भी निवेश का बड़ा प्लान
अदाणी समूह की अंबुजा सीमेंट ने भी झारखंड के गोड्डा में सीमेंट ग्राइंडिंग प्लांट लगाने के लिए 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का ऐलान किया है। अदाणी समूह ने 2022 में स्विटजरलैंड की होलसिम ग्रुप से Ambuja Cements और एसीसी का अधिग्रहण किया था। इस डील के बाद अदाणी ग्रुप सीधे अल्ट्राटेक से मुकाबले में आ गया। सीमेंट कंपनियां डिमांड को लेकर उत्साहित हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाया है।