LIC Q1 Results: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने वित्त वर्ष 2025-26 की जून तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है। सरकारी कंपनी ने ₹10,987 करोड़ का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। यह पिछले साल की समान तिमाही में ₹10,461 करोड़ था यानी इसमें 5% की ग्रोथ हुई है।
कंपनी की शुद्ध प्रीमियम आय (net premium income) भी सालाना आधार पर 5% बढ़कर ₹1.19 लाख करोड़ हो गई। यह पिछले साल इसी अवधि में ₹1.14 लाख करोड़ थी। LIC का सॉल्वेंसी रेशियो Q1 FY26 में बढ़कर 2.17% हो गया, जो पिछले साल Q1 FY25 में 1.99% था।
LIC की एसेट क्वालिटी में सुधार
LIC की एसेट क्वालिटी (asset quality) में भी सुधार हुआ है। ग्रॉस NPA और नेट NPA में क्रमशः 21% और 36% की कमी दर्ज की गई, जो घटकर ₹8,436.5 करोड़ और ₹4 करोड़ रह गए। इस तिमाही में ग्रॉस NPA रेशियो 1.42% रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 1.95% था।
बीमा सेक्टर में क्या होता है NPA?
बीमा कंपनियां जो पैसा पॉलिसीधारकों से प्रीमियम के रूप में लेती हैं, उसे वे अलग-अलग जगहों पर निवेश करती हैं। जैसे कि बॉन्ड्स, सरकारी सिक्योरिटीज, लोन आदि। अगर इन निवेशों में कोई लोन या इन्वेस्टमेंट डिफॉल्ट कर देता है यानी समय पर ब्याज या मूलधन नहीं लौटाता, तो वह NPA हो जाता है।
जैसे कि अगर LIC ने किसी कंपनी को 100 करोड़ का डिबेंचर खरीदा, और वह कंपनी समय पर ब्याज नहीं दे रही, या दिवालिया हो गई है, तो वो इन्वेस्टमेंट LIC की बुक में NPA हो जाएगा।
LIC के शेयर गुरुवार को नतीजों के ऐलान से पहले 0.71% की गिरावट के साथ 886.40 रुपये पर बंद हुए। पिछले 6 महीने में इस सरकारी स्टॉक ने 8.61% का रिटर्न दिया है। हालांकि, बीते 1 साल में यह 21.11% नीचे आया है। LIC का मार्केट कैप 5.60 लाख करोड़ रुपये है।
LIC (Life Insurance Corporation of India) भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है, जो लोगों को जीवन बीमा योजनाएं बेचती है। इसका मुख्य बिजनेस पॉलिसीधारकों से प्रीमियम लेकर उन्हें बीमा कवरेज देना और तय अवधि या मृत्यु पर दावा राशि लौटाना है।
साथ ही LIC इन प्रीमियम की रकम को सरकारी बॉन्ड, शेयर बाजार, रियल एस्टेट और दूसरे निवेशों में लगाकर कमाई करती है। इससे कंपनी का मुनाफा बढ़ता है और वह अपने ग्राहकों को बोनस भी देती है।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।