Mamaearth Q2 earnings : डिजिटल फर्स्ट स्किन केयर कंपनी मामाअर्थ (Mamaearth)ने 22 नवंबर को बताया है कि 30 सितंबर 2023 को खत्म हुई दूसरी तिमाही में उसका मुनाफा सालाना आधार पर दोगुना बढ़त के साथ 30 करोड़ रुपये हो गया गया है। ये शेयर बाजार में लिस्ट होने के बाद कपनी का पहला तिमाही नतीजा है। इस अवधि में D2C unicorn (डायरेक्ट टू कस्टमर यूनीकॉर्न) मामाअर्थ की रेवेन्यू सालाना आधार पर 21 फीसदी की बढ़त के साथ 496 करोड़ रुपए रही है।
मामाअर्थ की पैरेंट कंपनी होनासा कंज्यूमर (Honasa Consumer) के चेयरमैन और सीईओ वरुण अलघ (Varun Alagh) ने इस मौके पर कहा कि कंपनी बाजार के अनुमान से बेहतर ग्रोथ हासिल करने में सफल रही है। कंपनी के मुनाफे में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में कंपनी के कारोबार में सालाना आधार पर 33 फीसदी पर रही है। जबकि इसी अवधि में FCMG कंपनियों की ग्रोथ 3.8 फीसदी पर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि कंपनी के मुनाफे में उसकी आय की तुलना में ज्यादा बढ़त देखने को मिली है। वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में कंपनी का कर बाद मुनाफा 1,377 फीसदी की बढ़त के साथ 54 करोड़ रुपए पर रहा है। डॉ. शेथ्स (Dr Sheths),एक्वालॉजिका (Aqualogica) और डर्मा को (Derma Co) के बाद 150 करोड़ रुपये के क्लब में प्रवेश करने वाला होनासा पोर्टफोलियो का चौथा ब्रांड बन गया है। कंपनी अपने कारोबारी, उपभोक्ताओं और निवेशकों के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना जारी रखेगी।
डिजिटल-फर्स्ट कंज्यूमर ब्रांड होने के नाते, विज्ञापन कंपनी के लिए सबसे बड़े खर्चों में से एक है। कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस अवधि में कंपनी की विज्ञापन लागत सालाना आधार पर 22 फीसदी बढ़कर 174 करोड़ रुपये पर रही है।
अपने डिजिटल प्लेटफार्म के अलावा, कंपनी ने एक मजबूत ऑफ़लाइन डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क भी बना रखा है। नील्सनआईक्यू के मुताबिक होनासा कंज्यूमर के ब्रांड सितंबर 2023 में 1,65,937 खुदरा दुकानों पर बेचे गए। ऐसे में कंपनी के ऑफ़लाइन डिस्ट्रीब्यूशन में सालाना आधार पर 47 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
वित्त वर्ष 2021 में मामाअर्थ की ऑफ़लाइन चैनलों से होने वाली आय की कुल आय में हिस्सेदारी 18.63 फीसदी, वित्त वर्ष 2022 में 28.87 फीसदी और वित्त वर्ष 2023 में 36.14 फीसदी थी। 30 जून को समाप्त वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में कंपनी की कुल आय में ऑफ़लाइन चैनलों से होने वाली आय की हिस्सेदारी 31.90 फीसदी थी। वहीं, वित्त वर्ष 2023 की समान अवधि में हिस्सेदारी 33.47 फीसदी रही है।