केसोराम इंडस्ट्रीज लिमिटेड की चेयरपर्सन मंजूश्री खेतान का निधन हो गया है। बी के बिड़ला समूह के अधिकारियों ने कहा कि 65 वर्षीय खेतान का बीमारी के बाद उनके कोलकाता स्थित घर में निधन हो गया। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अक्टूबर, 1998 में केसोराम बोर्ड में शामिल होने के बाद खेतान ने अपने पिता उद्योगपति बसंत कुमार बिड़ला (B K Birla) के निधन के बाद जुलाई, 2019 में चेयरपर्सन की भूमिका संभाली। खेतान, बसंत कुमार बिड़ला की छोटी बेटी थीं। साल 2013 में खेतान को एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन बनाया गया था।
समूह ने बयान में कहा कि खेतान (Manjushree Khaitan) की प्रतिबद्धता बोर्ड रूम से परे शिक्षा के क्षेत्र तक फैली हुई है। समूह के अधिकारियों के मुताबिक, अशोक हॉल ग्रुप ऑफ स्कूल्स के साथ उनका चार दशक लंबा जुड़ाव, युवा मस्तिष्क के पोषण के प्रति खेतान के समर्पण का सबूत है, जिसमें समाज के वंचित वर्गों की लड़कियों को सशक्त बनाने पर विशेष ध्यान दिया गया है।
बयान में कहा गया कि खेतान का इतनी जल्दी निधन, केसोराम और उसकी सहायक कंपनियों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। इन कंपनियों ने हाल के दिनों में अच्छी प्रगति करना शुरू किया था। मंजूश्री खेतान का कोई प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी नहीं है। ऐसे में अभी यह साफ नहीं हुआ है कि उनके निधन के बाद उनकी संपत्तियां किन्हें मिलने वाली हैं।
केसोराम बेच रही है सीमेंट कारोबार
एक ऑल-स्टॉक डील में केसोराम इंडस्ट्रीज (Kesoram Industries) ने अपने सीमेंट कारोबार को बी के बिड़ला के पोते कुमार मंगलम बिड़ला की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट को सौंपने का फैसला किया है। अल्ट्राटेक सीमेंट, आदित्य बिड़ला ग्रुप के तहत आती है। कर्ज समेत इस सौदे की कुल एंटरप्राइज वैल्यू लगभग 7,600 करोड़ रुपये रह सकती है। केसोराम के शेयरधारकों को केसोराम के 52 शेयरों के बदले अल्ट्राटेक सीमेंट का एक शेयर मिलेगा। केसोराम का एक शेयर 10 रुपये का है।
केसोराम के कुल रेवेन्यू में सीमेंट की हिस्सेदारी 94 प्रतिशत है। केसोराम इंडस्ट्रीज की वर्तमान में कर्नाटक के सेदम और तेलंगाना के बसंतनगर में दो इंटीग्रेटेड सीमेंट यूनिट हैं, जिनकी कुल क्षमता 1.07 करोड़ टन सालाना है। साथ ही सोलापुर, महाराष्ट्र में 6.6 लाख टन सालाना क्षमता का पैकिंग प्लांट भी है। वित्त वर्ष 2022-23 में केसोराम का सीमेंट परिचालन से कारोबार 3,533.75 करोड़ रुपये था।