माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के कर्मचारियों को अब हफ्ते में 3 दिन ऑफिस आना होगा। कंपनी अपने ज्यादातर कर्मचारियों के लिए यह अनिवार्यता लागू करने जा रही है। इस हाइब्रिड वर्क मॉडल की घोषणा सितंबर में होने की उम्मीद है। वहीं जनवरी 2026 के आखिर तक इसे लागू किया जा सकता है। माइक्रोसॉफ्ट का यह नया मॉडल रेडमंड, वाशिंगटन मुख्यालय से 50 मील के दायरे में रहने वाले कर्मचारियों पर लागू होगा।
कहा जा रहा है कि कुछ टीमों के कर्मचारियों के लिए हो सकता है कि हफ्ते में 4 या 5 दिन ऑफिस आना जरूरी कर दिया जाए। कंपनी के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट ये फैसले लेंगे। हालांकि कुछ खास परिस्थितियों के लिए लिमिटेड एक्सेप्शन बने रहेंगे।
वर्क मॉडल में यह बदलाव क्यों?
माइक्रोसॉफ्ट के अधिकारी इस बदलाव का जिम्मेदार कुछ आंकड़ों को मानते हैं। ये आंकड़े इशारा करते हैं कि जो कर्मचारी ऑफिस में 3 से 4 दिन बिताते हैं, उनका थ्राइविंग स्कोर ज्यादा है। यह स्कोर वर्कप्लेस पर संतुष्टि और वेल बीइंग का एक पैमाना है। ये जानकारियां थ्राइव ग्लोबल टूल से आती हैं, जो अब माइक्रोसॉफ्ट टीम्स में है। यह रेगुलर बेसिस पर एंप्लॉयी सर्वे के जरिए सेंटिमेंट डेटा इकट्ठा करता है।
गौर करने वाली बात यह भी है कि माइक्रोसॉफ्ट के रेडमंड कैंपस में बड़े पैमाने पर बदलाव हो रहा है। 12 पुरानी इमारतों की जगह 17 नई इमारतें बनाने की योजना है, जिससे लगभग 8,000 और कर्मचारियों के लिए जगह बनेगी। 7 इमारतें पहले ही खुल चुकी हैं। माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि जो कर्मचारी हफ्ते में 3 दिन ऑफिस से काम पर लौटेंगे, उनके लिए अलग से डेस्क होंगे।
इस साल जुलाई में खबर आई थी कि Microsoft में छंटनी का एक और राउंड शुरू हो गया है। इस बार 9000 लोगों की नौकरी जा सकती है। इससे माइक्रोसॉफ्ट की कुल वर्कफोर्स में से लगभग 4 प्रतिशत प्रभावित होगी। माइक्रोसॉफ्ट ने इससे पहले मई 2025 में लगभग 6000 कर्मचारियों की छंटनी की थी। जून की शुरुआत में खबर आई कि कंपनी ने 300 से अधिक एंप्लॉयीज को बाहर कर दिया।