फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी (Swiggy) त्योहारी सीजन के दौरान ट्रांजेक्शन में होने वाली बढ़ोतरी को भुनाने की तैयारी में है। कंपनी ने हर फूड डिलीवरी ऑर्डर पर लगने वाली प्लेटफॉर्म फीस को बढ़ाकर 14 रुपये कर दिया है। पहले यह 12 रुपये थी। स्विगी हर ऑर्डर से ज्यादा मुनाफा कमाने और अपने मुनाफे को बढ़ाने की कोशिश कर रही है। स्विगी ने अप्रैल 2023 से प्लेटफॉर्म फीस लेना शुरू किया है। उस वक्त प्लेटफॉर्म फीस केवल 2 रुपये थी।
तब से यह धीरे-धीरे इस फीस को बढ़ा रही है। अतिरिक्त लागतों के बावजूद स्विगी प्लेटफॉर्म पर ऑर्डर के वॉल्यूम कोई असर नहीं पड़ा है। वैसे तो हर ऑर्डर पर प्लेटफॉर्म फीस में 2 रुपये की बढ़ोतरी यूजर्स को मामूली लग सकती है, लेकिन स्विगी जैसी कंपनियों के लिए यह रोज के ऑर्डर की संख्या को देखते हुए वित्तीय स्थिति को सुधारने में मददगार है।
प्लेटफॉर्म फीस से कितनी कमाई
स्विगी हर रोज 20 लाख से ज्यादा ऑर्डर डिलीवर करती है। मौजूदा स्तरों पर प्लेटफॉर्म फीस कंपनी को हर रोज 2.8 करोड़ रुपये या प्रत्येक तिमाही में 8.4 करोड़ रुपये और एक साल में 33.6 करोड़ रुपये की अतिरिक्त इनकम कराएगी। अब देखना यह है कि क्या स्विगी प्लेटफॉर्म फीस में इस बढ़ोतरी को फेस्टिव सीजन के बाद भी बरकरार रखती है या फिर से घटाकर 12 रुपये करती है।
जून तिमाही में घाटा 96 प्रतिशत बढ़ा
Swiggy को अप्रैल-जून 2025 तिमाही में कंसोलिडेटेड बेसिस पर 1197 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। यह एक साल पहले के घाटे 611 करोड़ रुपये से 96 प्रतिशत ज्यादा है। हालांकि कंपनी का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 54 प्रतिशत बढ़कर 4961 करोड़ रुपये रहा। जून 2024 तिमाही में यह 3222 करोड़ रुपये था। जून 2025 तिमाही में स्विगी के कुल खर्च 6244 करोड़ रुपये के रहे। एक साल पहले खर्च 3908 करोड़ रुपये के थे।
फूड डिलीवरी बिजनेस सालाना आधार पर 19% बढ़ा, वहीं क्विक कॉमर्स बिजेनस की ग्रोथ 108% की रही। प्लेटफॉर्म ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू एक साल पहले के मुकाबले 45% बढ़कर 14797 करोड़ रुपये हो गई। वहीं कंसोलिडेटेड एडजस्टेड EBITDA लॉस बढ़कर 813 करोड़ रुपये हो गया।